रेप पीड़िता का आरोप, पुलिसकर्मियों ने कहा कि पहले करूंगा बलात्कार, तब दर्ज होगा मुकदमा

मुकदमा दर्ज करवाने के लिए थाने का चक्कर काट रही पीड़िता, एसपी से लगाई न्याय की गुहार

मिर्जापुर।योगी सरकार के निर्देशों के बाद भी यूपी में पुलिस की कार्यशैली सुधरने का नाम नहीं ले रही है। खुद सूबे के डीजीपी थाने पर पहुंचने वाले फरियादियों से अच्छे बर्ताव करने की नसीहत पुलिस को देते हैं, मगर थानों में तैनात पुलिस की मानसिकता अभी नहीं बदली है। मामला मिर्जापुर जिले के अदलहाट थाने का है, जहां दुष्कर्म पीड़िता ने सनसनीखेज आरोप लगाया है। रेप पीड़िता का कहना है कि बार बार मुकदमा दर्ज कराने के लिए दौड़ाये जाने के बाद जब वह सोमवार को थाने पर शिकायत ले कर गई तो पुलिसकर्मियों ने कहा कि जैसे दो साल वैसे ही दो दिन इंतजार नहीं कर सकती, अब पहले अब हम रेप करेंगे, फिर मुकदमा दर्ज करेंगे।

बुधवार को पीड़ित परिवार ने इसकी शिकायत एसपी से की, जिसके बाद एसपी ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। मामला अदलहाट थाना क्षेत्र का है, जहां एक लड़की को उसका रिश्तेदार नशीम ले कर भगा गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। घरवालों की पूछताछ में पता चला कि युवक लड़की को शादी का झांसा देकर पिछले दो साल से दुष्कर्म कर रहा है। मामले की शिकायत लेकर पीड़ित लड़की अपने परिजनों के साथ अदलहाट थाने पर पहुंची, मगर कोई सुनवाई नही होने पर पीड़ित परिवार ने इसकी शिकायत मिर्ज़ापुर में एसपी अवधेश पांडेय से किया जिस पर एसपी ने अदलहाट पुलिस को कार्रवाई का निर्देश देकर दूसरे दिन थाने पर भेजा, मगर दूसरे दिन जब पीड़ित परिवार थाने पर पहुंचे तो एसओ ने मामले को एक सिपाही को जांच के लिए सौंपे जाने की बात कही, मगर मुकदमा नहीं दर्ज किया गया।

रेप पीड़िता का कहना है कि 23 जुलाई को जब वह अपने पिता के साथ अदलहाट थाने पहुंची और अपने शिकायत को लेकर थानाध्यक्ष से पूछा तो उन्होंने कहा कि दो साल से इंतजार कर रहे थे, अब दो दिन तुम्हारा रेप कर लेंगे तब मुकदमा लिखेंगे। पीड़ित लड़की और पिता ने बुधवार को एसपी अवधेश पाण्डेय से मिल कर इसकी शिकायत दर्ज करवाया। वहीं पीड़ित लड़की के आरोपों पर थानाध्यक्ष अदलहाट राजेश कुमार वर्मा का कहना है कि उन्होंने इस तरह की कोई बात नही किया है, आरोप फर्जी लगाया जा रहा है। दोनों पक्ष आपस में रिश्तेदार हैं, सिर्फ मामले की जांच के बाद मुकदमा दर्ज नहीं किया जाएगा। हालांकि एसओ साहब यह नहीं बता सके कि 25 जून की शिकायत पर आखिर एक महीने तक जांच पूरी क्यों नहीं हो पाई।

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