पशुचिकिस्तक और वन विभाग की टीम ने किया मामले का खुलासा
म्योरपुर ब्लॉक के रजमिलान के पशु पालकों में था दहशत का माहौल
विकास अग्रहरि म्योरपुर
म्योरपुर ब्लॉक के ग्राम रजमिलान के पशु पालकों के पिछले तीन दिनों में 7 बकरियों का शिकार और लगभग आधा दर्जन बकरियों के घायल किये जाने की शिकायत को लेकर पशुचिकिस्तक और वन विभाग की टीम द्वारा संयुक्त रूप से की गई जांच में लकड़ बग्घों द्वारा किया गया हमला प्रकाश में आया है।टीम ने चरवाहों के निशान देही पर जांच की और घटना स्थल का निरीक्षण किया तो पाया कि पास के जंगल मे लकड़बग्घों की मांद है घटना के तीन दिन बाद वहां बकरियों के चमड़े और हड़िया भी प्राप्त हुई है।म्योरपुर के पशु चिकित्साधिकारी डॉ विवेक सरोज ने बताया कि अंजली प्रिंस आरती, की दर्जन भर बकरिया चरा रहे थे।
18 जुलाई को पांच की संख्या में जंगली जानवरों ने हमला कर सात बकरियों को मार डाला था जबकि 5 बकरियों को जख्मी कर दिया था। जिससे चरवाहे दहशत में थे आर्थिक नुकसान भी हुआ ।पशु पालक इस घटना से चिंतित थे। जांच पड़ताल में यह तथ्य सामने आया कि लकड़बग्घों ने हमला किया था। डॉ विवेक का कहना है कि मनुष्य ने जंगल को उजाड़ कर वन्य जीवो के जीवन के लिए संघर्ष का माहौल पैदा कर दिया है। वन्य जीवों का होना भी जरूरी है।और जंगल का सरक्षण भी तभी हम इनको बचा सकते है।डिप्टी रेंजर पशुचिकिस्तक डॉ हेमंत कुमार संग दर्जन भर पशु पालकों संग लकड़बग्घों के मांद की पहचान के बाद आग्रह किया कि वे जंगली जानवरों को न मारे ये जंगली जानवर भी विलुप्त की श्रेणी में आ गए है अभी दुनिया मे इनकी संख्या दस हज़ार ही बची है।कहा कि यह सुखद है कि इस क्षेत्र में इनकी संख्या देखी जा रही है।उन्होंने वन विभाग से अपील किया कि वह नियमानुसार पशु पालकों को मुवावजा दे।
फ़ोटो म्योरपुर ब्लॉक के रजमिलान जंगल मे लकड़बग्घों के मांद की पहचान करते डॉ विवेक सरोज