फार्च्यूनर कार चुराकर व्यापारी की पुत्री को “अपहृत” कर ले गया अधिकारी का बेटा

एडीजी जोन व आईजी के निर्देश के बाद भी कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति

कार व युवती को अभी ढूंढ नहीं पाई ठाकुरगंज पुलिस।

लखनऊ।राजधानी लखनऊ के एक प्रतिष्ठित कारोबारी की युवा पुत्री को टाटा फार्च्यूनर कार सहित फिरोजाबाद में तैनात अधिकारी का पुत्र बहला-फुसलाकर अपहृत कर ले गया। आज छह दिन बाद भी लखनऊ पुलिस न तो युवती का पता लगा सकी है न ही चोरी गई लग्जरी कार बरामद कर सकी है।
ठाकुरगंज थाने में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार नैपियर रोड कालोनी निवासी जीडी अग्रवाल की युवा पुत्री रश्मि (बदला हुआ नाम) को 2 जुलाई की सुबह फिरोजाबाद में एससीओ के पद पर तैनात लाल बहादुर का पुत्र सिद्धार्थ सिंह अपहृत कर ले गया। सिद्धार्थ रश्मि के साथ ही घर के पास खड़ी परिवार की टाटा फार्च्यूनर कार (UP 32 JX / 4466) भी चुरा ले गया। ठाकुरगंज पुलिस ने इस मामले की एफआईआर 2 जुलाई को दुबग्गा के बंसतकुंज निवासी सिद्धार्थ सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 366/379 के तहत तो दर्ज कर ली परन्तु आज छह दिन बीत जाने के बाद भी कार व युवती का पता नहीं लगा सकी है।
इस मामले में एडीजी जोन राजीव कृष्णा व आईजी भी ठाकुरगंज पुलिस को कार्रवाई किए जाने का निर्देश दे चुके हैं। मजे की बात यह है कि सिद्धार्थ फार्च्यूनर कार भी चुराकर ले गया है, उसका भी पुलिस पता नहीं लगा पा रही है। आगरा एवं नैनीताल तक दोनों के जाने, एटीएम से पैसे निकाले जाने की जानकारी जुटाकर परिवार के लोगों ने खुद पुलिस को दी परन्तु रास्ते में पड़ने वाले टोल टैक्स की सीसीटीवी फुटेज भी देखने की पुलिस ने जरुरत महसूस नहीं की है।
जीडी अग्रवाल बेटी के साथ किसी अनहोनी की आशंका व अपने बड़े भाई की फार्च्यूनर कार के अभी तक पता नहीं चलने से काफी परेशान हैं। रिपोर्ट में सिद्धार्थ के दोस्त कार्तिक सक्सेना को सब जानकारी होने की बात कही गई है उसे भी पुलिस ने पूछताछ करके छोड़ दिया। आरोप है कि सिद्धार्थ के पिता के अधिकारी होने का हवाला देकर पुलिस कार्यवाही के नाम पर केवल खानापूर्ति कर रही है।

Translate »