हाफिज मसऊद रज़ा बने अरबी महाविद्यालय के उप संस्थापक

हाजी निजामुद्दीन बने सदर, फकीर अली नायब सदर
कादरिया ग्रुप ने पेश की वार्षिक लेखा-जोखा रिपोर्ट

मदरसे में साउंड प्रूफ जेनेरेटर के लिए अकीदतमंदों ने किए 3 लाख इमदाद

दुद्धी। दारुल उलूम कादरिया नूरिया अरबी महाविद्यालय की वार्षिक प्रगति बैठक बुद्धवार को संस्थान परिसर में कारी उस्मान साहब की रूहानी तिलावत से शुरू हुई। बैठक में मदरसे के प्राचार्य मुफ़्ती महमूद साहब ने कादरिया ग्रुप का वार्षिक आय-व्यय का ब्यौरा पेश किया । कादरिया ग्रुप के अधीन संचालित होने वाले निःशुल्क अरबी महाविद्यालय कादरीनगर बघाडू व कादरिया गर्ल्स कॉलेज दुद्धी का अलग-अलग विवरण प्रस्तुत करते हुए प्राचार्य ने लोगों से आर्थिक सहयोग निरंतर बनाये रखने की अपील की। बैठक में शिर्कत करने वाले कादरिया ग्रुप के सहयोगीजनों ने मदरसे में 20 किलोवाट के साउंड प्रूफ जेनेरेटर के लिए 3 लाख की आर्थिक सहयोग दिया। इस दौरान पिछले माह 16 जून को मदरसे के नायब सदर हाजी नुरूलहक के निधन के बाद रिक्त पड़े पद पर रेनुकूट के हाजी फ़क़ीर अली का मनोनयन किया गया। मदरसे के संस्थापक व सदर हजरत नसीरे मिल्लत ने अपनी बीमारी के कारण दो पद न संभाल पाने की दशा में सदर पद पर दुद्धी के हाजी निजामुद्दीन को जिम्मेदारी सौंप दी। बैठक के मेहमाने खुसूसी सैय्यद वलीउल्लाह साह बक़ाई ने अपने उस्ताद हजरत नसीरे मिल्लत की नासाज़ तबियत पर अफसोस जाहिर करते हुए उन्हें कौम का अजीम धरोहर करार दिया। उनकी जिम्मेदारियों को कम करने के उद्देश्य से सहयोगी के रूप में इस साल अल्जामियातुल अशरफिया यूनिवर्सिटी मुबारकपुर से पढ़ाई से निवृत्त हो रहे हजरत के साहबजादे हाफिज मसऊद रजा को नायब सरवराह (उप-संस्थापक) पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपने की पेशकश की, जिस पर सदन में मौजूद लोगों ने सहर्ष स्वीकृति प्रदान की।
28 साल पूर्व वर्ष 1991 में चंदे की रकम से आलिम, हाफिज और कारी की पढ़ाई शुरू किए जाने वाले इस मदरसे में आज भले ही सरकार द्वारा वित्त पोषित कर 15 स्टाफ को सरकारी कोष से भले ही तनख्वाह मुहैय्या कराई जाती है, मगर मदरसे में कुल लगभग 25 अध्यापक सहित दर्जन भर नान-टीचिंग स्टाफ हैं जिन्हें चंदे की रकम से आज भी तनख्वाह दी जाती है। इसके अलावा अध्ययनरत लगभग 400 बच्चो में आधे के करीब हॉस्टल में रहते है। इन हॉस्टलर बच्चों के खाने पर भी खास रकम खर्च होता है। इसके अतिरिक्त विद्यालय में निर्माणाधीन भवन का कार्य भी बदस्तूर जारी है। इन सभी कार्यों को चंदे की रकम के बदौलत अमलीजामा पहनाया जाता है। बतौर मेहमाने खास इलाहाबाद से शिरकत करने वाले मौलाना मुजाहिद हुसैन ने मदरसे की वार्षिक प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए हुज़ूर नसीरे मिल्लत की तंदुरुस्ती की दुआ की। बैठक में उत्तर प्रदेश सहित छत्तीसगढ़, मप्र, झारखंड के सैकड़ों हजरत के चाहने वाले अकीदतमंद लोग मौजूद रहे।

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