जेल में बंद अपराधी ने मांगी थी रंगदारीप्रयागराज । ज़िले में कानून व्यवस्था दम तोड़ रही है। लगातार अपराधी प्रशासन को खुली चुनौती दे रहे है ।अपराधियों के हौंसले बुलंद है खाकी से बेखौफ अपराधी घटनाओं को अंजाम दे रहे है। आये दिन हत्या हत्या के प्रयास अपहरण औऱ रंगदारी के मामलें सामनें आ रहे हैं। मामला झूंसी थाना अंतर्गत नगर पंचायत झूंसी पुलिस चौकी के सामने का है जहां पर बदमाशों ने दुकान के अंदर घुसकर व्यवसायी पर ताबड़तोड़ फायर झोंक कर फ़रार हो गये। भरे बाजार दिन दहाड़े गोलीबारी से इलाके में सनसनी फैल गई। आनन फानन में गोली लगने से गंभीर रुप से घायल विजय अग्रवाल को लहूलुहान हालत में एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया।मौके पर पंहुचें कप्तानघटना की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमें में भी हड़कम्प मच गया। एसएसपी अतुल शर्मा सहित एसपी गंगापार मौके पर पहुंचकर घटना स्थल क़ा जायज़ा लिया। बता दें की गोली लगने से घायल विजय अग्रवाल उम्र 48 के भतीजे से कुछ दिन पहले ही नैनी सेंट्रल ज़ेल में बंद हिस्ट्रीशीटर संतोष यादव ने दस लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी। संतोष यादव झूंसी का ही रहने वाला है उसने जेल से फोन और मैसेज़ करके रंगदारी मांगी थी । जिसमें व्यवसायी अग्रवाल ने झूंसी थाने में मुक़दमा भी दर्ज़ कराया गया था। परिजनों क़ा आरोप है की नैनी ज़ेल में बन्द संतोष यादव ने दस लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी जिसमें उसके विरुद्ध मामला भी दर्ज़ कराया गया था आशंका है की उसी ने ही ज़ेल में बैठक कर अपने शूटरों से इस वारदात को अंजाम दिलाया है।*बब्लू पंडित की हत्या में आया था नाम*वहीं अस्पताल पहुंचे एसपी गंगापार क़ा कहना है की दुकान के अंदर घुसकर बाइक सवार तीन बदमाशों ने गोली मारी है। ज़ेल से धमकी के मामलें में पुलिस ने पहले ही मामला दर्ज़ किया है जांच की ज़ा रही है जो भी तथ्य सामनें आएंगे उसके आधार पर कारवाई की जायेगी। गौरतलब है की दो माह पूर्व ही संतोष यादव ने ज़ेल के अंदर से झूसी इलाके में एक प्रॉपर्टी डीलर बब्लू पंडित की गोली मारकर हत्या करवा दी थी जिसके तीन शूटरों के पकड़े जाने के बाद नैनी ज़ेल में बन्द संतोष यादव के इशारे पर शूटरों के जरिए हत्या की बात सामनें आई थी।*जेल का कनेक्शन*वही कप्तान अतुल शर्मा ने कहा की घटना के पीछे जो भी है वह बख्सा नहीं जायेगा ,जेल से धमकी दिए जाने की बात सामने आई है जेल से भी घटना का कनेक्शन खंगाला जा रहा है।वहीं एक बार फ़िर से ज़ेल के अंदर से रंगदारी नहीं देने पर व्यवसायी को गोली मारे जाने की घटना से पुलिस औऱ ज़ेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।