एनसीएल ने एक महीने में शुरू की तीसरी वॉर्फवॉल

सीएमडी श्री पी॰ के॰ सिन्हा ने अमलोरी वॉर्फवॉल की राष्ट्र को समर्पित

रेल मार्ग से कोयला परिवहन तेज करने की दिशा में एनसीएल की बड़ी पहल

सिगरौली।रेल के माध्यम से कोयला परिवहन बढ़ाने की दिशा में तेजी से काम करते हुए नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने एक महीने के अंदर तीसरी नई वॉर्फवॉल शुरू की है। गत 22 मई को निगाही क्षेत्र में और 14 जून को झिंगुरदा क्षेत्र में वॉर्फवॉल शुरू करने के बाद कंपनी सीएमडी श्री पी॰ के॰ सिन्हा ने बतौर मुख्य अतिथि बुधवार को अमलोरी क्षेत्र में नई वॉर्फवॉल का शुभारंभ किया। वॉर्फवॉल के शुभारंभ के अवसर पर एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/संचालन) श्री गुणाधर पाण्डेय, निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) श्री पी॰ एम॰ प्रसाद, एनटीपीसी रिहंद के मुख्य महाप्रबंधक श्री ए॰ के॰ मुखर्जी और सीएमओएआई के सचिव श्री सर्वेश सिंह बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे।

सीएमडी श्री सिन्हा ने सड़क से शून्य कोयला परिवहन करने की एनसीएल की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि इस दिशा में एनसीएल प्रबंधन तेजी से प्रयास कर रहा है और निगाही, झिंगुरदा एवं अमलोरी में एक महीने के अंदर तीन वॉर्फवॉल शुरू करने के बाद एनसीएल का लक्ष्य जल्द से जल्द खड़िया क्षेत्र में नई वॉर्फवॉल शुरू करने का है। साथ ही, उन्होंने कहा कि एनसीएल एवं अमलोरी क्षेत्र के लिए ये बड़े गर्व की बात है कि अमलोरी क्षेत्र द्वारा लगातार गुणवत्ता पूर्ण कोयला आपूर्ति करने के चलते एनटीपीसी रिहंद का प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ़) लक्ष्य से 5 प्रतिशत अधिक रहा है।

पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति एनसीएल की कटिबद्धता को दोहराते हुए निदेशक (तकनीकी/संचालन) श्री गुणाधर पाण्डेय ने कि कंपनी पर्यावरण के अनुकूल माध्यम से अधिक से अधिक कोयला परिवहन की दिशा में तेजी से प्रयास करते हुए नई तकनीक अपनाकर अपने आधारभूत ढांचे का निरंतर विस्तार कर रही है और रेल से कोयला परिवहन बढ़ाने के लिए एक के बाद तीन वॉर्फवॉल शुरू करना कंपनी के इन्हीं प्रयासों की झलक है।

निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) श्री पी॰ एम॰ प्रसाद ने नई वॉर्फवॉल के शुभारंभ को अमलोरी के साथ-साथ एनसीएल के लिए भी ऐतिहासिक अवसर बाते हुए टीम अमलोरी से पहले दिन से ही नई वॉर्फवॉल की पूरी क्षमता का उपयोग करते हुए एनटीपीसी रिहंद को अच्छी गुणवत्ता का और भी अधिक कोयला सप्लाई करने का आह्वान किया।

एनटीपीसी रिहंद के मुख्य महाप्रबंधक श्री ए॰ के॰ मुखर्जी ने उनके बिजली घर को साल भर भरपूर मात्रा में बेहतरीन गुणवत्ता का कोयला आपूर्ति करने के लिए एनसीएल एवं अमलोरी क्षेत्र का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी अमलोरी क्षेत्र द्वारा इसी प्रकार सहयोग देते रहने की उम्मीद जताई।
सीएमओएआई के सचिव श्री सर्वेश सिंह ने रेल से कोयले का प्रेषण बढ़ाने के एनसीएल के प्रयासों की पर्यावरणीय एवं मानवीय दृष्टि से तारीफ करते हुए इन प्रयासों को सफल बनाने में अपने संगठन की ओर से पूरे सहयोग का आश्वासन दिया।

नई वॉर्फवॉल अमलोरी क्षेत्र एवं एनटीपीसी रिहंद के बीच स्थापित कोयला परिवहन की आंतरिक परिवहन व्यवस्था मेरी गो राउंड (एमजीआर) लाइन पर बनी है, जिससे एनटीपीसी रिहंद को अतिरिक्त कोयले की सप्लाई की जाएगी। यह 750 मीटर लंबी और 40 मीटर चौड़ी है, जिससे रोजाना 2 से 3 रैक कोयला और सालाना 2.5 से 3 मिलियन टन कोयला प्रेषण किया जा सकता है। अमलोरी क्षेत्र को वर्ष 2019-20 में 14 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं प्रेषण का लक्ष्य दिया गया है। एनटीपीसी के मुख्य बिजली घरों में से एक एनटीपीसी रिहंद बिजली उत्पादन के लिए आवश्यक कोयले के लिए पूरी तरह से एनसीएल के अमलोरी क्षेत्र पर निर्भर है।

इस वॉर्फवॉल शुरू होने के बाद अमलोरी क्षेत्र के पास समस्त कोयला प्रेषण एमजीआर के माध्यम से भेजने की क्षमता आ गई है और इससे क्षेत्र द्वारा किए जाने वाले कोयले के सड़क परिवहन में कमी आएगी। साथ ही, प्रेषित किए जाने वाले कोयले की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए वॉर्फवॉल के पास ही एक मोबाइल क्रशर भी लगाया गया है, जिससे माइनस (-) एमएम साइज़ पर कोयला क्रश करके इस वॉर्फवॉल से कोयला भेजा जाएगा।

अमलोरी के क्षेत्रीय महाप्रबंधक श्री जी॰ पी॰ द्विवेदी ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया और परियोजना अधिकारी श्री राजेंद्र प्रसाद ने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मेहमानों को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में एनसीएल के विभिन्न कोयला क्षेत्रों एवं मुख्यालय के महाप्रबंधकों एवं विभागाध्यक्षों सहित अमलोरी क्षेत्र के विभागाध्यक्ष और बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

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