योगी के मंत्री का मरीजों के लिए बड़ा फैसला, अब इलाज के लिए नहीं ढोने पड़ेंगे पुराने पर्चे

पेपर लेस होगा अर्बन प्राइमरी हेल्थ सेंटर

प्रयागराज | उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह अपने गृह नगर के मरीजों को बड़ी सहूलियत देने के लिए बड़ा निर्णय लिया है । अस्पतालों में मरीजों की भीड़ भी कम होगी और इलाज के लिए उन्हें अपने पुराने पर्चे नही ढ़ोने होंगे। जिलें में पहला पेपर लेस क्लिनिक मरीजों के साथ चिकित्सकों के लिए भी राहत देने वाला होगा। स्वास्थ्य विभाग जल्द ही शहर में 15 हाईटेक हेल्थ केयर सेंटर खोलने की तैयारी में है । जिन्हें ई -यूपीएचसी इलेक्ट्रॉनिक अर्बन प्रायमरी हेल्थ सेंटर के नाम से जाना जाएगा।

*मरीजों की पहचान बायोमेट्रिक तकनीकी से
स्वास्थ विभाग इस हेल्थ सेंटर पर एक बार दिखाने के बाद मरीजों का पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन दर्ज करेगा। मरीजों की पहचान बायोमेट्रिक तकनीकी से की जाएगी। मरीज क्लीनिक पर अपने अंगूठे के निशान से अपनी पहचान दर्ज कराएंगे और अपना इलाज करा सकेंगे। लगातार बीमारियाँ बढ़ रही है। यह क्लिनिक उम्र दराज मरीजों के लिए सबसे ज्यादा फायदें मंद होगा। अक्सर ऐसा होता है कि डॉक्टर को दिखाने के बाद मरीज का पुराना पर्चा नहीं मिलता है। फिर दोबारा डॉक्टर से परामर्श लेने में मरीज और डॉक्टर दोनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। चिकित्सकों को जहां मरीजों की पुरानी हिस्ट्री जानने के लिए पुराने पर्चे की जरूरत पड़ती है तो वही मरीजों को अपनी दवाओं में बदलाव और अपने आगे के इलाज के उसकी जरूरत होती है। लेकिन अब चिकित्सकों और मरीजों दोनों की सुविधा के लिए अर्बन प्राइमरी हेल्थ सेंटर में ऐसा नहीं होगा। यहां पर मरीज पहली बार जाएगा उसी समय उसका थंब इंप्रेशन रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया जाएगा ।उसका पूरा डाटा ऑनलाइन फोल्डर बनाकर फीड कर दिया जाएगा। इसके बाद जब भी मरीज इस सेंटर पर पहुंचेगा। अंगूठे को रखते ही स्क्रीन पुरानी हिस्ट्री बता देगी।

*एक क्लिक पर उपलब्ध होगी पूरी जानकारी*
यूपीएससी पूरी तरह से पेपरलेस होगा। इन स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों के साथ चिकित्सकों को भी सहूलियत मिलेगी। अपने कंप्यूटर को लॉगइन करते ही मरीज का पूरा डिटेल सामने होगा। यहीं पर उनकी सभी रिपोर्ट और जांच दर्ज होंगी। बिमारी का डिस्क्रिप्शन और दवाओं का नाम भी इसमें दर्ज किया जाएगा। यही आईडी फरमासिस्ट और पैथोलॉजी वाले भी लॉगइन करेंगे तो उन्हें भी पूरी डिटेल मिलेगी। इसके बाद जितनी बार मरीज पहुंचेगा उसकी डिटेल ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। सबसे अहम बात यह है कि जरूरत पड़ने पर डॉ इलाज में टेलीमेडिसिन विधि का भी सहारा ले सकेंगे। हर दिन का ऑनलाइन डाटा खुद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी देख सकेंगे। उन्हें पता चल सकेगा कि इस सेंटर पर कितने मरीज देखे गए हैं।

*15 ई -यूपीएचसी खोलने की योजना*

प्रयागराज सीएमओ मेजर डॉ गिरिजा शंकर बाजपेयी ने फोन पर बताया कि मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए यह सेंटर शुरू किया जा रहा है। हजारों मरीजों को लाभ मिल सकेगा उन्हें पेपर लेस व्यवस्था जिले में पहली बार दी जा रही है। पुरानी डिटेल उनके एक थंब इंप्रेशन पर उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा की आने वाले दो सप्ताह में इसे शुरू करने की तैयारी में है। सीएमओ के मुताबिक़ स्वास्थ्य विभाग द्वारा पहले चरण में शहर में कुल 15 ई -यूपीएचसी खोलने की योजना है। जिनमें से बड़ा बघाड़ा ,तेलियरगंज, दरियाबाद ,सिविल लाइंस, कटघर बस्ती, करेलाबाग ,करेली डीटाइप, नैनी, कीडगंज सुलेम सराय, सुल्तानपुर भावा, खरकौनी ,नैनी एरिया में स्थापित किया जाएगा। साथ ही दूसरे चरण में शहर के अन्य इलाकों में इस सेंटर को खोलने की योजना है।

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