सोनभद्र पुलिस की जांच संदेह के घेरे में?
पुलिस अधीक्षक के निर्देश के बाद भी माफिया हॉबी
बीना चौकी इंचार्ज कप्तान पर भारी
बीना सोनभद्र।सरहंग कोल माफिया के आगे सोनभद्र पुलिस बौना साबित हो रही है।बीना चौकी क्षेत्र अंतर्गत एनसीएल कृष्णशिला बीना परियोजना से हो रही कोयला चोरी पर कप्तान का फरमान फीका पड़ रहा है।बताते चले कि एनसीएल बीना परियोजना में चोरी का कोयला लदी टेलर की पलटी की कहानी अभी पूरीहुई नही तब तक एक और कहानी सामने आ गयी।इससे साफ जाहिर हो रहा है पुलिस अधिकारियों की जांच सिर्फ खाना पूर्ति है।बताते चले कि अब तो जनता यह कयास लगाना शुरू कर दी है कि अब तक पुलिस अधीक्षक सोनभद्र सलमान ताज पाटिल बीना पुलिस पर कार्यवाही से क्यो कतरा रहे यह जांच भी संदेह के घेरे में चल रहा है ?इसमें रोज-रोज नया ट्विस्ट आ रहा है।अगर सूत्रों को माने तो विवेचना अधिकारी एवं एनसीएल प्रबंधन क्यो कोलमाफ़िया को बचाने में लगा है।इसके पीछे क्या उच्च कोटि की गान्धी गिरी का खेल तो नही या राजनीतिक गलियारे में उसकी हनक तो नही है।बताते चले कि जहाँ योगी सरकार हाईटेक की बात करती वही बीना पुलिस विगत कई दिन से कोलमाफ़िया की जानकारियां हासिल करने में लगी है।जबकि कोयले चोरी में संलिप्त माफिया एनसीएल के सुरक्षा प्रहरी के जानकारी में है।अगर एनसीएल प्रबंधन पर गौर करे? तो कोयला चोरी के प्रति एनसीएल प्रबंधन का चरित्र उदार बादी क्यो है ?एनसीएल खदान परिसर में बिना रजिस्टर्ड टेलर प्रवेश कैसे किया इसमें सुरक्षा कर्मियों की मिलीभगत नही है तो क्या अगर है तो अब तक सुरक्षा एजेंसी एवं एनसीएल कर्मियों पर कार्यवाही क्यो नही। एनसीएल बीना परियोजना के कारगुजरी से चोरी के पीछे कहानी जो भी हो पर जनता के सामने आज भी पहेली बनी है आखिर कोल माफिया को क्यो बचाया जा रहा है?।हालांकि इसकी जांच अधिकारियों से चल रही है देखना है ऊँट किस करवट बैठेगी?हा ताज्जुब की बात यह है कि कोलमाफ़िया इतना सरहंग है कि पुलिस अधीक्षक के संरक्षण में पूर्ब हुये कोयला चोरी की जांच की कहानी अभी पूरी नही हुई तब तक आज एक नये कोयला चोरी की कहानी ने वही बीन चौकी क्षेत्र से जन्म दे दिया।एनसीएल कृष्णशिला परियोजना चौकी क्षेत्र बीना से जनता के सहयोग से चोरी के कोयला लदी ट्रेलर को अनपरा पुलिस के हवाले किया।थानाध्यक्ष अनपरा शैलेश राय ने चोरी की कोयला लदी टेलर को कब्जे ले कार्यवाही की।