#सीएम योगी को प्रोन्नत अफसरों पर भरोसा, रिटायर्ड प्रमोटी आईएएस आर.एन. सिंह और एन.के.एस. चौहान को बनाया ओएसडी
#सुल्तानपुर के आर एन सिंह और बहराईच के एन के सिंह चौहान की नियुक्ति के साथ अब ओएसडी की संख्या 8 हुई।
लखनऊ ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार की विकास योजनाओं को जमीं पर उतारने और जनसमस्याओं के शीघ्र निस्तारण हेतु पीसीएस सेवा से प्रोन्नत हो आईएएस बने अफसरों पर एक बार फिर से भरोसा दिखाया है।सीएम योगी ने शनिवार को 2 नये ओएसडी रिटायर्ड आईएएस अफसर राज नारायण सिंह व आईएएस एन. के. एस. चौहान को नियुक्त किया है. जन समस्याओं के निस्तारण में देरी की शिकायत मुख्यमंत्री के पास सांसदों और विधायकों द्वारा भी पहुँच रही थी. इन दो अनुभवी और कर्मठ अफसरों की नियुक्ति के साथ ही अब मुख्यमंत्री के ओएसडी की कुल संख्या 8 हो गई है।
जिलों के प्रशासन के कुशल प्रबंधन में कार्यकारी पदों पर रहते हुए ज्यादा अनुभव रखने वाले इन अफसरों की तैनाती से समस्याओं के निस्तारण आदि में जरूर तेजी आएगी. योगी सरकार का इन प्रोन्नति पाए अधिकारियों पर भरोसे का आलम है कि एक समय में प्रदेश के महत्वपूर्ण मंडलों में से एक फैजाबाद मंडल में मंडलायुक्त से लेकर सभी जिलों के जिलाधिकारी ये प्रोन्नत अफसर ही रहे थे. वहीँ सहारनपुर मंडल में कमिश्नर सीधी भर्ती का आईएएस लेकिन मंडल के सभी जिलों के डीएम प्रमोटी आईएएस अफसर थे.
राज नारायण सिंह
सूबे के सुल्तानपुर जिले की कादीपुर तहसील के राईबीगो गाँव के रहने वाले 01 जनवरी 1953 को जन्मे 1976 बैच के पीसीएस अफसर राज नारायण सिंह प्रमोट होकर आईएएस बने और 1996 बैच मिला. आजमगढ़ के कमिश्नर पद से 2012 में रिटायर हुए. अपने सेवाकाल में राजनारायण सिंह सीडीओ लखनऊ,डीएम प्रतापगढ़, डीएम आजमगढ़, सचिव एलडीए रहे।
एन.के.एस. चौहान
बहराईच के रहने वाले और 13 फरवरी 1957 को जन्मे 1983 बैच के पीसीएस अफसर नरेंद्र कुमार सिंह चौहान यानी एनकेएस चौहान प्रमोट होकर आईएएस बने और बैच 2001 मिला. वर्ष 2017 में रिटायर हुए श्री चौहान अपनी तैनातियों में डीएम रामपुर, संभल, फर्रुखाबाद के साथ ही अपर निदेशक सूचना भी रहे हैं.
जनाकांक्षाओं के बोझ तले दबी योगी सरकार को जनप्रतिनिधियों की दिक्कतों को सुनने और समस्याओं का हल निकालने का रास्ता प्रदेश में जनसेवा मे बरसों खपा चुके पूर्व नौकरशाहों मे नजर आया है. लंबे समय तक बतौर सांसद खुद योगी को प्रशासनिक अमले के कामकाज से लेकर जनता के बीच उनकी स्वीकार्यता और दक्षता का बखूबी अंदाजा है।
शायद इसी लिए अब मुख्यमंत्री ने अपनी टीम में दो ऐसे पूर्व नौकरशाहों को शामिल किया है जिन्होंने दशकों बतौर पीसीएस और फिर प्रोन्नत आईएएस के तौर पर प्रदेश में कई जिलों सहित विभिन्न विभागों में बखूबी अपना दायित्व निभाते हुए जनता का दिल जीता है।
मुख्यमंत्री के नवनियुक्त ओएसडी राज नारायण सिंह और एनकेएस चौहान न तो प्रशासनिक तंत्र और न ही जनता के लिए किसी परिचय के मोहताज हैं. अनेक दायित्वों को निबाहते हुए जनप्रतिनिधियों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की इन अधिकारियों की खूबी ने उन्हें अब सत्ता के शीर्ष गलियारे में बैठ इन्हीं कर्त्तव्यों के निर्वहन का जिम्मा दे दिया है।
मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रोन्नति पाए इस वर्ग के अफसरों को तवज्जो देते हुए राज्य के कुल 75 जिलों में आधे से ज्यादा यानी 39 में जिलाधिकारी के पदों पर पीसीएस से प्रोन्नत आईएएस अफसर तैनात किये थे. फरवरी 2018 में प्रदेश के जिलों और मंडलों में मंडल कमिश्नर और जिलों के जिलाधिकारियों की तैनातियों में इस वर्ग का बोलबाला था. उस समय सूबे के 75 जिलों में से 39 जिलों के डीएम प्रोन्नति पाए आईएएस अफसर बनाये गए थे. इसके अलावा सूबे के 18 मंडलों में 5 मंडल के कमिश्नर भी प्रमोटी आईएएस ही थे. इन पांच अफसरों में झांसी में कुमद श्रीवास्तव, मिर्जापुर में मुरली मनोहर लाल,फैजाबाद में मनोज मिश्रा, बस्ती में दिनेश कुमार सिंह और चित्रकूट मंडल में राम विशाल मिश्रा का नाम शामिल था. प्रोन्नति पायी महिला अफसरों की प्रदेश में कुल 9 जिलों में जिलाधिकारी के पद पर और एक मंडल में कमिश्नर के पद पर तैनाती थी,जिनमें दो प्रमोटी आईएएस सुल्तानपुर संगीता सिंह और अमेठी में शकुन्तला गौतम डीएम के पद पर तथा कुमुद श्रीवास्तव मंडलायुक्त के पद पर तैनात थीं।