फाइल फोटो -सम्बोधित करते मृतक प्रधान
अमेठी। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की जीत का जश्न मनाने के बाद घर लौटे नवनिर्वाचित सांसद के करीबी बरौलिया के पूर्व प्रधान सुरेन्द्र सिंह को अज्ञात बदमासो ने घर पर मारी गोली ट्रामा सेंटर ले जाते समय रास्ते में हुई मौत ।
इसी गाँव मे स्मृति ने बांटा था जूता जिसपर प्रिंयका ने कहा था कि जूता बाटकर अमेठी की बेज्जती की है। यह गाँव स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर ने लिया था गोद।
मिली जानकारी के मुताबिक स्मृति ईरानी के चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की अहम भूमिका थी।बताया जा रहा है कि सुरेंद्र सिंह का प्रभाव कई गांवों में है।घटना के पीछे पुलिस चुनावी रंजिश से भी जोड़कर जांच कर रही है।
परिवारिक विवाद हो सकती है हत्या की वजह-डीजीपी
हत्या के मामले में डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि 6-7 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जारी है। घटना के खुलासे के लिए तीन टीमें बनाकर छापेमारी की जा रही है। प्रथम दृष्टया मामला पारिवारिक रंजिश का लग रहा है। पुलिस ने आशंका के आधार पर कई जगहों पर छापेमारी की है। लेकिन अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस घटना सेइलाके में तनाव का माहौल है। मौकेपर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
सुरेंद्र को साथ लेकर स्मृति करती थीं प्रचार
बरौलिया गांव, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का गोद लिया गांव था। स्मृति ने प्रचार के दौरान इसी गांव में जूते बांटे थे।लोकसभा चुनाव में सुरेंद्र ने स्मृति के चुनाव प्रचार में अहम रोल निभाया था। वे ज्यादातर जगहों पर सुरेंद्र के साथ ही प्रचार करने जाती थीं।उनकी कई मौके पर स्मृति के साथ फोटो भी है। सुरेंद्र का प्रभाव कई गांवों में था। जिसका फायदा स्मृति को चुनाव प्रचार में मिला।