सीबीआइ के लेटरपैड पर इमरजेंसी कोटे से रिजर्वेशन कंफर्म कराने वाले ट्रेवल एजेंसी संचालक समेत छह लोगों के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज

ब्रेकिंग लखनऊ।
सीबीआइ के लेटरपैड पर इमरजेंसी कोटे से रिजर्वेशन कंफर्म कराने वाले ट्रेवल एजेंसी संचालक समेत छह लोगों के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में एक यात्री और ट्रेवल एजेंसी के दो कर्मचारियों समेत तीन को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, संचालक समेत अन्य की तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं। गिरोह के लोग टिकट हेडक्वार्टर कोटे से टिकट कंफर्म कराने के एवज में मोटी रकम वसूलते थे।

इंस्पेक्टर हजरतगंज राधारमण सिंह के मुताबिक बीते दिनों पूर्वोत्तर रेलवे के मंडलीय प्रबंधक ने इसकी सूचना नवल किशोर रोड स्थित सीबीआइ कार्यालय के ड्यूटी अधिकारी ब्रजेश त्रिपाठी को दी थी। मंडलीय प्रबंधक कार्यालय में बीते कई महीनों से सीबीआइ के लेटर पैड पर रेलवे के हेडक्वार्टर कोटे से रिजर्वेशन बर्थ कंफर्म कराए जा रहे थे। बुधवार को सूचना मिलते ही सीबीआइ अधिकारी ब्रजेश त्रिपाठी ने रेलवे से मिली डिटेल के आधार पर पड़ताल शुरू की तो जानकारी हुई कि बरौनी एक्सप्रेस से बिहार के मधुबनी खेरहर हिसार के झटकी गांव निवासी राजेश साहू नाम का एक व्यक्ति इमरजेंसी कोटे से रिजर्वेशन कराकर पत्नी और बच्चों के साथ सफर कर रहा है। उसने मुजफ्फरपुर के लिए टिकट कंफर्म कराया है।

इस पर रेलवे की मदद से सीबीआइ ने टीम लगा दी। टीम ने यात्री राजेश को ट्रेन से ही हिरासत में ले लिया। टीम ने उससे पूछताछ की तो बताया कि वह गोमतीनगर के हुसडिय़ा में जयपुरिया स्कूल के पास रहकर सब्जी का काम करता है। उसने हुसडिय़ा चौराहा स्थित आकाश बिजनेस सेंटर के सानू के जरिये प्रति टिकट 674 रुपये का बुक कराया था। उसके बाद सानू के माध्यम से टिकट कंफर्म कराने के लिए 2000 रुपये विनय खंड निवासी शहजाद आलम को दिए थे। सीबीआइ राजेश को लेकर ट्रेवल एजेंसी पहुंची। वहां से पुलिस ने शहजाद आलम और अमित कुमार को पकड़ा। इसके बाद राजेश समेत तीनों को लेकर हजरतगंज कोतवाली पहुंची और मुकदमा दर्ज कराया। मामले के विवेचक चौकी प्रभारी सहारागंज राहुल सोनकर ने बताया कि तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वहीं, ट्रेवल एजेंसी संचालक ध्रुव कुमार, सानू कुमार और एजेंट दीपक की तलाश में दबिश दी जा रही है। गिरोह करीब छह माह से टिकट कंफर्म कराने को लेकर जालसाजी कर रहा था।

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