प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे गठबंधन सरकार चलाने का अनुभव है। मैं जब संगठन में था तब भी हरियाणा में हमने बंसीलाल की सरकार में भी काम किया और चौटाला की सरकार में भी काम किया। जम्मू-कश्मीर में अब्दुल्ला साहब के साथ भी काम किया और मुफ्ती साहब के साथ भी काम किया
नई दिल्ली।
लोकसभा चुनाव में क्या बीजेपी एक बार फिर 2014 को दोहराएगी या फिर विपक्ष बीजेपी के रथ को रोक देगा? इस सवाल का जवाब 23 मई को मिलेगा. लेकिन छह चरणों के चुनाव के बाद सभी पार्टियां सरकार में आने का दावा कर रही है और इसके लिए नेताओं के बीच मुलाकातें भी हो रही है. कल ही तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव डीएमके नेता एमके स्टालिन से मिले.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया है कि बीजेपी और एनडीए के सांसदों की संख्या पिछले चुनाव के मुकाबले और बढ़ेंगी. साथ ही पीएम मोदी ने गठबंधन की राजनीति पर जोर देते हुए कहा कि इससे देश की एकता और मजबूत होती है. उन्होंने कहा कि मुझे गठबंधन सरकार चलाने का अनुभव है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूज 24 को दिये इंटरव्यू में कहा, ”चुनाव घोषित होने से पहले से हम कह रहे हैं कि पांच साल का काम बोल रहा है. देश की जनता का विश्वास बढ़ा है. हमने सपनों को पूरा करने में दिन रात एक कर दिये. इसलिए हम कह रहे हैं कि पहले से अधिक मात्रा में जीतकर आएंगे. बीजेपी और एनडीए की संख्या बढ़ेगी.”
उन्होंने कहा, ”मुझे गठबंधन सरकार चलाने का अनुभव है. मैं जब संगठन में था तब भी. हरियाणा में हमने बंसीलाल की सरकार में भी काम किया और चौटाला की सरकार में भी काम किया. जम्मू-कश्मीर में अब्दुल्ला साहब के साथ भी काम किया और मुफ्ती साहब के साथ भी काम किया. गुजरात में चिमन भाई पटेल के साथ काम किया और यहां जब प्रधानमंत्री बनकर आया, यह बात सही है कि पूर्ण बहुमत की सरकार बनी. लेकिन हमने कभी अहंकार को नहीं पाला. हमारा मत है कि हिंदुस्तान की राजनीति ध्रुवीकरण वाली राजनीति है और एक खेमे का नेतृत्व बीजेपी करती है और दूसरे खेमे का नेतृत्व कांग्रेस करती है. कितना भी बहुमत क्यों नहीं आए हमें सभी को साथ लेकर चलना चाहिए. साथ लेकर चलने से क्षेत्रीय अस्मिता को समझ सकते हैं. देश की एकता को मजबूत कर सकते हैं. हमारे लिए गठबंधन सिर्फ चुनावी चहल-पहल नहीं है।
लोकसभा चुनाव में छह चरणों में 483 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है. सातवें चरण के लिए 19 मई को 59 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. वोटों की गिनती 19 मई को होगी. चुनाव परिणाम से पहले विपक्षी दलों के नेताओं की बीच बैठकें हो रही है।