नई दिल्ली ।
भाजपा ने बसपा नेता मायावती पर हजारों करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है। पार्टी प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने कहा कि मायावती भी ‘रॉबर्ट वाड्रा मॉडल’ से काली कमाई को सफेद बनाने के काम में जुटी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मायावती और उनके भाई आनंद ने मिलकर दो फर्जी कंपनियों की मदद से हजारों करोड़ रुपये इकट्ठे किए और दो जमीनों को गलत तरीकों से खरीद-बेचकर हजारों करोड़ रुपये की काली कमाई को सफेद बनाने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि दलित समाज उनकी इस सच्चाई को जान गया है और वह उनसे दूर जा रहा है। यही कारण है कि 2019 के चुनाव में अपनी परायज सामने देख मायावती बौखला गई हैं और प्रधानमंत्री के लिए बेहद आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रही हैं। भाजपा ने मायावती से पीएम के लिए बोले गए अपशब्दों के लिए माफी मांगने की बात कही।
विजय सोनकर शास्त्री ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मायावती के भाई आनंद कुमार और उनकी पत्नी के नाम से वीएंडए वेंचर्स और वीएंडए वेंचर्स एलएलपी नाम से दो फर्जी कंपनियां बनाईं गईं। ये दोनों कंपनियां एचएफसीएल कंपनी की एसोसिएट्स हैं। आरोप के मुताबिक वीएंडए वेंचर्स कंपनी और वीएंडए वेंचर्स एलएलपी ने पिछले चार सालों में बिना कोई काम किए एचएफसीएल से 2,000 करोड़ का भुगतान लिया।
उनके मुताबिक यह कालेधन को सफेद करने का मामला है क्योंकि बिना काम किए किसी कंपनी से भुगतान कैसे लिया गया, यह एक बड़े जांच का मामला है। शास्त्री के मुताबिक यह पैसा काले तरीकों से इकट्ठा किया गया था, जिसे सफेद करने के लिए फर्जी कंपनियों की मदद से खरीद-बिक्री की गई।
★ इस तरह हुआ भ्रष्टाचार
शास्त्री के मुताबिक, मायावती ने दिल्ली इन्क्लेव प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से एक जमीन खरीदी थी। वर्ष 2006 में हुई इस खरीद के लिए दिल्ली इन्क्लेव प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को 17 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। इसी जमीन को अगले ही वर्ष यानी 2007 में मेसर्स रीयल डवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी को 60 करोड़ रुपये में बेच दिया गया था। इसके अगले ही वर्ष यानी 2008 में मेसर्स रीयल डवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड ने इसी प्रॉपर्टी को वापस बहुजन समाज पार्टी को ही 68 करोड़ रुपये में बेच दिया।
इस प्रापर्टी को बहुजन समाज पार्टी ने मेसर्स नवीन इन्फ्रेक डवलपर्स एंड इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को 72 करोड़ रुपये में बेच दिया। आरोप है कि यह कंपनी भी सिर्फ भ्रष्टाचार के लिए बनाई गई थी जिसके मालिक मायावती के भाई आनंद कुमार हैं।
इसी तरह दिल्ली में ही एक अन्य प्रॉपर्टी 18 हेली रोड पर खरीदी गई है। इस प्रापर्टी को मेसर्स पार्श्वनाथ बिल्डर्स से महज 25 करोड़ रुपये में खरीदी गई है, जबकि इस प्रापर्टी का बाजार मूल्य इससे कई गुना ज्यादा है। इस सस्ती खरीद के पीछे सीधे तौर पर किसी साजिश की बू आती है क्योंकि इस पते पर आनंद कुमार की लगभग एक दर्जन कंपनियां काम कर रही हैं लेकिन इन कंपनियों का वास्तविकता में कहीं कोई अस्तित्व नहीं है।
★ दौलत से खेलने का आरोप
भाजपा प्रवक्ता शास्त्री ने कहा कि दलित समाज की राजनीति करते हुए वे अब दौलत की बेटी बन गई हैं। दलित समाज के ऊपर होने वाले उत्पीड़न के खिलाफ उन्होंने कभी कुछ नहीं किया। राजस्थान के अलवर में एक दलित की बेटी के साथ हुई जघन्य वारदात का जवाब देने की बजाय वे पीएम पर ही अपशब्दों का प्रयोग कर रही हैं।