लखनऊ11.05.2019।
पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव श्री राजेंद्र चौधरी के नेतृृत्व में समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधमण्डल ने आज सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी उ0प्र0 से भेंटकर आजमगढ़ में 12 मई 2019 को होने वाले लोकसभा चुनाव में सत्तादल द्वारा सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर पार्टी समर्थकों को धमकाने और बूथ कैप्चरिंग की साजिश किए जाने की आशंका की शिकायत की है। प्रतिनिधिमण्डल में सर्व श्री राजेंद्र चैधरी के साथ अरविन्द कुमार सिंह एमएलसी तथा विकास यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजवादी युवजन सभा शामिल थे।
समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश मुख्य निर्वाचन अधिकारी को दिए गए ज्ञापन में कहा है कि आजमगढ़ क्षेत्र से लगातार ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि सत्तारूढ़ दल की शह पर प्रशासन के कुछ अधिकारी मतदाताआंे को डराने-धमकाने के हथकंडे अपना रहे है। पुलिस गांव-गांव में समाजवादी पार्टी के समर्थक, ग्राम प्रधानों, बीडीसी, जिला पंचायत सदस्यों तथा प्रमुख व्यक्तियों को प्रताड़ित कर रही है। समाजवादी पार्टी के समर्थकों पर दबाव डाला जा रहा है कि वे भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट डाले। सैकड़ों कार्यकर्ताओं को पक्षपात तरीके से रेडकार्ड जारी कर दिए गए है। उत्पीड़न की कार्यवाही में उनके घरों पर छापामारी की जा रही है। यहां तक कि सत्तारूढ दल के पक्ष में सरकारी मशीनरी की शह पर बूथों पर कब्जा करने की साजिश है।
समाजवादी नेताओ ने कहा कि मतदाता सबसे ज्यादा परेशान ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी के कारण होते है। देर तक इन मशीनों की खराबी से बडी संख्या में मतदाता मतदान से वंचित रह जाते है। निर्वाचन आयोग को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि ईवीएम मशीनों की खराबी तत्काल दूर हो और कोई मतदाता अपना मत देने वचित से न हो और बहुत देर तक उसे इंतजार न करना पड़े। इसके साथ मतदान केन्द्रों पर धूप से बचाव के लिए छाया, मेडीकल सुविधा और जल की व्यवस्था सुचारू रूप से होनी चाहिए क्योंकि इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है और पवित्र रमजान के भी दिन हैं।
श्री राजेंद्र चौधरी ने बताया कि कन्नौज में 6 मई 2019 को सत्तादल की शह पर प्रशासकीय मशीनरी की उत्पीड़नकारी कार्यवाहियों से अवगत कराने के बाबजूद मतदान के दिन 100 से ज्यादा बूथों पर कब्जा हुआ है। ईवीएम मशीनों में खराबी की आम शिकायतें रही।
समाजवादी प्रतिनिधिमण्डल ने मांग की कि ज्ञापन की शिकायतों की गम्भीरता को समझते हुए तत्काल हस्तक्षेप कर लोकतांत्रिक प्रणाली की निष्पक्षता एवं मतदाताओं की निर्भीकता से मतदान करने की व्यवस्था कराई जाए। लोकतंत्र के इस पर्व में किसी तरह का विघ्न न हो, इसकी व्यवस्था पर चुनाव आयोग को ध्यान देना चाहिए।