राबड़ी देवी का सोशल मीडिया पर पत्र, ‘जनता लेगी लालू यादव को प्रताड़ित करने का बदला’

पटना ।

बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी कुछ दिनों से काफी चर्चा में हैं। राबड़ी देवी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं। उन्होंने आज बिहारवासियों के लिए सोशल मीडिया पर पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने सरकार पर लालू यादव को जेल में प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।

राबड़ी ने पत्र में क्या लिखा है?

लालूजी को तानाशाहों द्वारा बार-बार इसीलिए प्रताड़ित किया जा रहा है क्योंकि उन्होंने वंचित, उपेक्षित और उत्पीड़ित वर्गों की लड़ाई लड़ी। वह समाज में समानता लेकर आए। देश में बड़े से बड़े घोटाले हुए पर कब किस मुख्यमंत्री को साजिश का बहाना बनाकर फंसाया गया।

एक ही मुख्यमंत्री के कार्यकाल में हुए घोटाले को पहले अप्रत्याशित रूप से अलग-अलग केस बनाकर अलग-अलग सजा सुनाई गई और सारी सजाओं को एक साथ चलने के बजाय एक के बाद एक चलने का फरमान सुनाया गया। जब इतने से भी मन नहीं भरा तो चिंतनीय स्वास्थ्य के आधार पर जमानत के रास्ते बंद कर दिए गए। अपने खर्च पर भी अपने पसंद के अस्पताल में इलाज नहीं करवाने दिया गया। जब इलाज के लिए उन्हें एम्स जाना पड़ा तो अपने खर्च पर हवाई जहाज का इस्तेमाल करने से भी रोक दिया गया।

आज लालूजी को जेल मैन्युअल और मानवाधिकार का हनन करते हुए किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है। पूरे परहेज से बनाया हुआ घर का खाना खाने नहीं दिया जा रहा। दस कदम दूर जांचघर में उनके स्वास्थ्य संबंधी सूचक जानने के लिए उनके सैम्पल नहीं भेजे जा रहे। आखिर मोदी-शाह की क्या मंशा है?

अगर नीतीश कुमार और मोदी का वश चले तो लालू जी को कल ही फांसी चढ़ा दें। जनता असहाय और मूकदर्शक नहीं है। जनता सब पहचान रही है। अभी हम जनता की अदालत में हैं और जनता लालूजी के साथ हो रहे अत्याचारों का बदला लेगी।

लालू ने पत्र में क्या लिखा था?

इससे पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बिहारवासियों के लिए जेल से पत्र लिखा था। उन्होंने लिखा था- गुरू गोलवलकर के चेले लोग आप दलित-बहुजन को मिटाने की हर संभव कोशिश करेंगे। जागते रहना है और बाबा साहब और महात्मा फुले का अलख जगाते हुए इन्हें दिल्ली से खदेड़ देना है।

बता दें कि लालू प्रसाद को नौ सौ करोड़ रुपये से अधिक के चारा घोटाले से संबंधित तीन मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है। ये मामले 1990 के दशक के हैं जब झारखण्ड बिहार का हिस्सा था। लालू को पशुपालन विभाग के खजाने से धन निकालने पर जेल की सजा हुई है।

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