हेल्थ डेस्क. 8 साल की जेनेसिस स्टेज-4 के किडनी कैंसर को हरा चुकी हैं और वह ऐसे ही बच्चों में जोश भरने का काम भी कर रही हैं। जेनेसिस कैंसर पीड़ित बच्चों को विशेष पैकेज भेज रही हैं। न्यूयॉर्क की जेनेसिस को अगस्त 2017 में चौथी स्टेज का किडनी कैंसर डायग्नोज हुआ था, यह पता लगने से पहले ही शरीर में फैल चुका था। जेनेसिस की सर्जरी हुई, एक किडनी को हटा दिया गया। कीमोथैरेपी-रेडिएशन थैरेपी के बाद अप्रैल 2018 में उन्हें कैंसर मुक्त घोषित किया गया।
-
अगस्त 2017 में जेनेसिस को नहाने के दौरान पहली बार पेट पर उभार महसूस हुआ। इस हिस्से में दर्द नहीं हो रहा था लेकिन जब इस हिस्से को मां ने देखा को न्यूयॉर्क के स्थानीय अस्पताल में उसे दिखाया। कुछ घंटों की जांच के बाद किडनी कैंसर की पुष्टि हो गई। बायोप्सी के एक हफ्ते बाद जेनेसिस को हॉस्पिटल में भर्ती किया गया।
-
जांच में सामने आया कि उसे विल्म्स ट्यूमर था। बच्चों में होने वाले किडनी के कैंसर में विल्म्स ट्यूमर के मामले बेहद आम हैं। अमेरिका में हर साल 500 ऐसे नए मामले सामने आते हैं। इससे पीड़ित बच्चे बमुश्किल 5 साल से अधिक नहीं जी पाते हैं। ट्यूमर को खत्म करने के लिए जेनेसिस की तीन हफ्ते तक रेडिएशन थैरेपी और 26 हफ्तों तक कीमोथैरेपी की गई। 8 महीने लगातार चले इलाज के बाद जेनेसिस कैंसर से जंग जीतने में सफल हुई।
-
पिता माइक शॉ के मुताबिक, कैंसर मुक्त होने के बाद जेनेसिस अब वह अपनी ऊर्जा और ध्यान ऐसे बच्चों पर लगाना चाहती है जो कैंसर से जूझ रहे हैं। माइक शॉ कहते हैं जेनेसिस ने इलाज के दौरान ऐसे बच्चों को देखा जो अस्पताल में कैंसर का इलाज करा रहे हैं और उनकी उनके पेरेंट्स नहीं हैं। वह कहते हैं, बेटी ने इलाज के दौरान हम लोगों ने देखा कि कई ऐसे बच्चे हैं जिनका अपना कोई घर नहीं है, ऐसे में हॉस्पिटल का स्टाफ ही उनके लिए केयरटेकर का काम करता है।
-
ऐसे बच्चों की मदद के लिए जेनेसिस के मन में केयर पैकेज देने का ख्याल आया, जिसे वह सर्वाइवल किट भी कहती हैं। इसमें साबुन, मोजे, कलर बुक, कलर, टूथब्रथ, टूथपेस्ट और हाथों से बुने ऊनी जेली बीन ब्रांड के कपड़े होते हैं। चूंकि जेनेसिस को घर पर जेनी के नाम से बुलाते हैं इसलिए किट को जेनी बीन भी कहते हैं। जेनी के पिता के मुताबिक, वह अब 200 कैंसर पीड़ित बच्चों को केयर बैग बांट चुकी है। ऐसे बच्चों और अधिक मदद के लिए वह क्राउडफंडिंग से पैसा जुटा रही है।