नई दिल्ली. भारत में क्रिकेट को सबसे ज्यादा देखा जाने वाला खेल माना जाता है। हालांकि, 2018 के आंकड़े इसके उलट हैं। फिक्की ने बार्क (ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल) के डेटा के आधार पर एक रिपोर्ट जारी की है। इसके मुताबिक, पिछले साल स्पोर्ट्स व्यूअरशिप में रेसलिंग (कुश्ती) की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा 20% रही। क्रिकेट 19% के साथ दूसरे नंबर पर रहा। 2017 के मुकाबले क्रिकेट की हिस्सेदारी में 7% की गिरावट आई है।
कबड्डी की व्यूअरशिप 17%, यह खेल तीसरे नंबर पर
कबड्डी 17% व्यूअरशिप के साथ तीसरे नंबर पर है। फुटबॉल अब भी भारत में टॉप-5 व्यूअरशिप वाले खेल में शामिल नहीं हो पाया है। रेसलिंग लीग और कॉमनवेल्थ गेम्स-एशियाड में अच्छे प्रदर्शन के कारण देश में खेल की व्यूअरशिप बढ़ी है। क्रिकेट के बाद इस साल से रेसलिंग में खिलाड़ियों को सालाना कॉन्ट्रैक्ट मिला। अन्य किसी खेल में खिलाड़ियों के साथ सालाना कॉन्ट्रैक्ट नहीं है। 2018 में टॉप-3 खेलों की कुल व्यूअरशिप 56 फीसदी रही, जो 2017 के मुकाबले में 17 फीसदी कम है।
इस समय देश में 16 खेलों की लीग हो रहीं
एशियाड और रियो ओलिंपिक (2016) के दौरान वॉलीबॉल की व्यूअरशिप देश में अच्छी रही। इस कारण इस साल पहली बार देश में इसकी लीग भी शुरू की गई है। इसकी व्यूअरशिप में एक साल में चार फीसदी का उछाल आया है। 2017 में 2 फीसदी के मुकाबले अब वॉलीबॉल की व्यूअरशिप बढ़कर 6 फीसदी हो गई है। वहीं, कबड्डी लीग की व्यूअरशिप में एक साल में 7% की गिरावट आई। दो साल पहले तक देश में केवल दो लीग होती थीं। अब 16 हो गई हैं।
व्यूअरशिप में मल्टी स्पोर्ट्स इवेंट की हिस्सेदारी 3 फीसदी, जबकि फुटबॉल की 4 फीसदी
| खेल | व्यूअरशिप |
| कुश्ती | 20% |
| क्रिकेट | 19% |
| कबड्डी | 17% |
| वॉलीबॉल | 06% |
| स्पोर्ट्स मैगजीन | 05% |
| हॉकी | 04% |
| फुटबॉल | 04% |
| बॉक्सिंग | 03% |
| बैडमिंटन | 03% |
| मल्टी स्पोर्ट्स इवेंट | 03% |
| एथलेटिक्स | 03% |
| मार्शल आर्ट्स | 02% |
| मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स | 02% |
| अन्य | 02% |
व्यूअरशिप मापने के लिए देश में 33 हजार घरों में बार्क मीटर लगाया गया
व्यूअरशिप मापने के लिए बार्क-ओ-मीटर का इस्तेमाल किया जाता है। बार्क इसे चुनिंदा घरों में लगाता है। इसमें पूरा कार्यक्रम रिकॉर्ड होता है। इसी के आधार पर इसका विश्लेषण किया जाता है कि उस टीवी में किस टाइम पर कितने लोगों ने कौन सा चैनल या कार्यक्रम देखा। इस विश्लेषण के आधार पर ही अलग-अलग कैटेगरी की रिपोर्ट तैयार की जाती है। 2018 तक बार्क ने 33000 घरों में बार्क-ओ-मीटर लगाया था। बार्क ने हाल में कई डीटीएच कंपनियों के साथ समझौता किया है। ऐसे में इस साल बार्क-ओ-मीटर एक लाख से अधिक होने की संभावना है, जिससे डेटा एक्यूरेसी बढ़ जाएगी।
क्रिकेट के बाद कुश्ती लीग देश की दूसरी सबसे लोकप्रिय लीग, पिछले साल इसकी व्यूअरशिप 85 करोड़ रही थी
बार्क के मुताबिक, 2018 में रेसलिंग लीग की तीसरे सीजन की व्यूअरशिप 85 करोड़ रही। यह क्रिकेट के बाद देश की सबसे ज्यादा देखने वाली लीग है। इसमें 9% की बढ़ोतरी हुई, जबकि हिंदी भाषी रीजन में इसमें 47 % का बड़ा उछाल आया। टूर्नामेंट में 24 ओलिंपियन, 10 रियो ओलिंपिक मेडलिस्ट और 14 वर्ल्ड चैम्पियन उतरे। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के विनोद तोमर ने बताया कि रेसलिंग में खिलाड़ियों को सालाना कॉन्ट्रैक्ट के साथ नेशनल में मेडल जीतने पर भी प्राइज मनी दी जा रही है। लीग में खिलाड़ियों को लाखों रुपए मिल रहे हैं। इस कारण दुनिया भर के खिलाड़ी इसमें शामिल हो रहे हैं।
फुटबॉल की व्यूअरशिप दो फीसदी बढ़ी
रिपोर्ट के अनुसार, एक साल में फुटबॉल की व्यूअरशिप में दो फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल दो फीसदी के मुकाबले इस साल यह बढ़कर 4 फीसदी हो गई है। 2017 में रेसलिंग की 23 फीसदी व्यूअरशिप थी। 2018 में11खेलों की व्यूअरशिप बढ़ी। इनमें बैडमिंटन की 2% व्यूअरशिप बढ़ी है।
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