लाइफस्टाइल डेस्क. वैज्ञानिकों ने ऐसा रोबोट बनाया जो नौकरी देने के मामले में भेदभाव को खत्म करेगा। रोबोट कैंडिडेट से सवाल-जवाब करेगा और मिली जानकारी के आधार पर ही उसे अप्रूव करेगा। इसे स्वीडन की एक कंपनी फुर्हत ने बनाया है और नाम दिया है टेंगई। यह बोलने, सुनने के साथ इमोशन दिखाता है और नजरें भी मिलाता है।बतौर टेस्टिंग रोबोट का इस्तेमाल रोजगार देने वाली स्वीडन की सबसे बड़ी कंपनी टीएनजी कर रही है।
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इसे इंटरव्यूअर रोबोट भी कहा जा रहा है। इसे बनाने में कंपनी को चार का साल का समय लगा है। इंंसानी चेहरे जैसा दिखने वाले इस रोबोट की लंबाई 16 इंच है और वजन 3.5 किलो। वैज्ञानिकों ने इसकी भाषा का टोन बिल्कुल सामान्य रखा है जैसे एपल सीरी और अलेक्सा की है।
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कंपनी के मुताबिक, खासतौर पर इसका इस्तेमाल जॉब इंटरव्यू में किया जाएगा। इसकी मदद से नौकरियों में होने वाले भेदभाव को खत्म किया जाएगा। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल किया गया है जो इंटरव्यू देने वाले कैंडिडेट की खूबियों को समझ सकता है। यह सामने बैठे कैंडिडेट की उम्र, जेंडर, उसकी जाति और रंग के आधार पर भेद नहीं करता है।
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कंपनी ने इसकी टेस्टिंग से जुड़ा एक वीडियो भी रिलीज किया है। जिसमें दिखाया गया है कि कैसे यह कैंडिडेट की काबिलियत को सुनकर और समझकर उसे नौकरी पर रख सकता है। इस प्रोजेक्ट के चीफ साइंटिस्ट गैब्रियल का कहना है कि इसमें कई तरह के रिक्रूटर की लर्निंग को प्रोग्राम किया गया है ताकि यह अलग-अलग कैंडिडेट को समझ सके।
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प्रोजेक्ट के चीफ इनोवेशन ऑफिसर के मुताबिक, आमतौर पर इंटरव्यू के बाद रिक्रूटर कैंडिडेट को अप्रूव या अस्वीकार करने में 15 मिनट का समय लेते हैं लेकिन रोबोट मात्र 7 सेकंड में निर्णय लेने में सक्षम है। वर्तमान में इसका इस्तेमाल केवल स्वीडन में किया जा रहा है। कंपनी का कहना है कि यह अंग्रेजी के अलावा दूसरी भाषाएं भी बोल सकेगा। 2020 तक ऐसा रोबोट पेश कर दिया जाएगा।
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