मुंबई. जेट एयरवेज के चेरयमैन नरेश गोयल ने एयरलाइन पार्टनर एतिहाद एयरवेज को पत्र लिखकर 750 करोड़ रुपए की नकदी की तत्काल मांग की है। गोयल ने हालात बेहद संकटपूर्ण बताते हुए कहा है कि जेट एयरवेज को बचाने के लिए अगले हफ्ते तक रकम चाहिए। अंतरिम फंडिंग में देरी हुई तो यह जेट के भविष्य के लिए बेहद घातक होगी। यहां तक कि एयरलाइन बंद भी हो सकती है।
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गोयल ने पिछले हफ्ते शुक्रवार (8 मार्च) को पत्र लिखा था। उसकी जानकारी सोमवार को सामने आई है। गोयल ने लिखा था कि अगले हफ्ते तक रकम की जरूरत होगी। यानि इस हफ्ते जेट एयरवेज को फंड चाहिए।
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गोयल के मुताबिक जेट एयरवेज को जेट प्रिविलेज के शेयर गिरवी रखने के लिए भी उड्डयन मंत्रालय ने मंजूरी मिल चुकी है। लॉयल्टी प्रोग्राम जेट प्रिविलेज में जेट एयरवेज की 49.9% हिस्सेदारी है। बाकी शेयर एतिहाद एयरवेज के हैं।
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जेट एयरवेज के रेजोल्यूशन प्लान पर एतिहाद का बोर्ड सोमवार को अबू धाबी में चर्चा करेगा। जेट एयरवेज में एतिहाद की 24% हिस्सेदारी है। उसने अप्रैल 2014 में जेट में शेयर खरीदे थे।
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नकदी संकट से जूझ रही जेट एयरवेज को लीजदाताओं का बकाया नहीं चुका पाने की वजह से पिछले कुछ महीनों में 50 विमान ग्राउंडेड करने पड़े हैं। 30 सितंबर 2018 तक जेट एयरवेज पर कर्ज का बोझ बढ़कर 8,052 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका था।
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गोयल ने फुल सर्विस एयरलाइन जेट एयरवेज की स्थापना 25 साल पहले की थी। एयरलाइन में उनकी 51% हिस्सेदारी है। खाड़ी की एयरलाइन एतिहाद की जेट में 24% की हिस्सेदारी है।