कोलकाता. केंद्रीय मंत्री एसएस अहलूवालिया ने कहा कि पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक का मकसद महज संदेश देना था, ना कि जान लेना। दरअसल, प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एयर स्ट्राइक में आतंंकियों के मारे जाने का सबूत मांगा था, जिसके बाद अहलूवालिया ने यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि हम यह संदेश देना चाह रहे थे कि भारत दुश्मन देश में भी घुसकर हमला करने में सक्षम है। न तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और न ही सरकार के किसी प्रवक्ता ने हमलों में मारे गए आतंकियो को लेकर कोई आंकड़ा दिया।
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अहलूवालिया का यह बयान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा स्ट्राइक के सुबूत मांगने के बाद आया। ममता ने कहा था, “जवानों की जान चुनावी राजनीति से ज्यादा कीमती है, लेकिन देश को यह जानने का अधिकार है कि पाकिस्तान के बालाकोट में हमले के बाद वास्तव में वहां क्या हुआ था?”
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अहलूवालिया ने कहा, “भारतीय मीडिया और सोशल मीडिया में मारे गए आतंकियों के अपुष्ट आंकड़े प्रसारित किए जा रहे थे। मोदी जी ने इस स्ट्राइक पर जो भी कहा है, उसे लेकर मैंने भारतीय मीडिया और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में रिपोर्ट देखी है। हमले के बाद उनकी रैली राजस्थान में हुई थी। उन्होंने आंकड़ों पर कुछ नहीं कहा था।”
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इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने पूछा, “मैं पूछना चाहता हूं कि क्या मोदी जी, सरकार के किसी प्रवक्ता या हमारे पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कोई आंकड़ा दिया है? हमले से हम दिखाना चाहते थे कि जरूरत पड़ने पर भारत पाकिस्तान में भी घुसकर आतंकियों को मार सकता है।”
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अहलूवालिया के बयान पर माकपा ने ट्वीट किया- क्या सरकार अब अपने दावों से पीछे हट रही है कि उन्होंने पाकिस्तान में एक आतंकवादी कैम्प को खत्म किया?”