नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को युवा संसद फेस्टिवल 2019 के विजेताओं को सम्मानित किया। इस मौके पर युवाओं की ऊर्जा पर बात करते हुए मोदी ने कहा किमेरे सामने न्यू इंडिया की नई तस्वीर है।आप जैसे ऊर्जावान लोगों से मिलता हूं तो मैं भी ऊर्जा का अनुभव करता हूं। आपने यहां दो दिन चर्चा की, संवाद की यही प्रक्रिया लोकतंत्र को मजबूत करती है।
युवा संसद में हिस्सा लेकर सिलेबस से बाहर सोचते हैं युवा
”राष्ट्रीय युवा संसद के जरिए आप लोगों को राजनीति से जोड़ा जा रहा है। अच्छा होगा कि आप लोग इस कार्यक्रम की रचना, इसमें क्या कमी रही, विषय क्या हो सकते थे,इसके लिए सुझाव दें। इसके बाद यह एक तरह से इंस्टीट्यूशन बन जाएगा। अगर कोई पार्लियामेंट जाएगा तो यूथ पार्लियामेंट से होकर जाएगा। वो अपनी प्रोफाइल में इसका जिक्र करेगा। इसमें भाग लेने से आप सिलेबस से बाहर कुछ सोचते हैं। सिलेबस में बंधे रहने वाले उससे बाहर नहीं आ पाते हैं। आप मेरा भी अवलोकन करते होंगे। आप परोसी हुई चीजें न लेकर मेरे बारे में कुछ खोजते होंगे।”
सार्वजिनक मुद्दों में युवाओं की रुचि बढ़ाने काआयोजन
खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने इसीसाल 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव की शुरुआत की थी।सरकार ने इसके जरिए18 से 25 साल के युवाओं को सार्वजनिक मुद्दों के साथ जुड़ने और आम आदमी के विचार समझने के लिये प्रेरितकरने का लक्ष्य रखा है। खेल मंत्रालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने तीन दिसंबर 2017 को ‘मन की बात’ में युवाओं के लिये देश के प्रत्येक जिले में युवा संसद आयोजित करने की बात साझा की थी।
राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव 2019 का आयोजन संयुक्त रूप से राष्ट्रीय सेवा योजना और नेहरू युवा केंद्र संगठन द्वारा खेल मंत्रालय के अंतर्गत किया जा रहा है। इसमें 18 से 25 साल के युवाओं को जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर के युवा संसदों में भाग लेने के लिये आमंत्रित किया गया था। राष्ट्रीय युवा संसद के तीन सर्वश्रेष्ठ वक्ताओं को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा क्रमश: दो लाख, डेढ़ लाख और एक लाख रूपये के पुरस्कार के साथ प्रमाण पत्र से नवाजा गया। बाकी 53 वक्ताओं को भागीदारी का प्रमाण पत्र दिया गया।
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