नई दिल्ली.अयोध्या मामले में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। इससे ठीक पहले बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोमवार को इस संबंध में एक और याचिका दायर की। याचिका में कहा गया है कि अयोध्या में स्थित विवादित रामजन्मभूमि पर उन्हें पूजा करने का अधिकार है और यह उन्हें मिलना चाहिए। स्वामी ने इस याचिका पर जल्द से जल्द सुनवाई की अपील की है।
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इस याचिका पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) रंजन गोगई और जस्टिस संजीव खन्ना की बेंच ने स्वामी को इस मुख्य अयोध्या मामले की मंगलवार को होने वाली सुनवाई में उपस्थित रहने को कहा है।
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सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल स्वामी को अयोध्या मामले की सुनवाई में बार-बार हस्तक्षेप करने पर फटकार लगाई थी। कोर्ट ने कहा था कि इस विवाद में केवल पक्षकार को ही अपनी बात रखने का अधिकार है। हालांकि स्वामी ने विवादित जगह पर पूजा के अधिकार संबंधी याचिका अलग से दाखिल की है, इसीलिए बेंच ने उनकी याचिका पर सुनवाई के योग्य माना है।
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अयोध्या में 2.77 एकड़ विवादित जमीन को लेकर साल 2010 में आए इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में 14 याचिकाएं दाखिल की गईं थी। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अपने फैसले में इस विवादित जमीन को तीन भागों में बांटा था। इसके तहत मामले के तीनों पक्षकारों सुन्नी वक्फ बोर्ड, निरमोही अखाड़ा और राम लला को बराबर-बराबर जमीन का बंटवार होना था।
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इस मामले पर पांच जजों की संवैधानिक बेंच सुनवाई करेगी। इसमें सीजेआई रंजन गोगोई, जस्टिस एसए बोबड़े, डीवाय चंद्रचुड़, अशोक भूषण और एसए नजीर शामिल हैं। पहले इस बेंच में जस्टिस यूयू ललित शामिल थे, लेकिन उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था। इसके बाद 25 जनवरी को नई बेंच का गठन किया गया।