नई दिल्ली. कांग्रेस ने गुरुवार को पुलवामा हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा किहमले के वक्तमोदी जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में डिस्कवरी चैनल के मुखिया के साथ घड़ियालों के साथ एक फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। शहीदों के अपमान का जो उदाहरण मोदी ने पेश किया ऐसा पूरी दुनिया में नहीं दिखता। जब देश शहीदों के शवों के टुकड़े चुन रहा था, तब मोदी चाय-नाश्ता कर रहे थे।
सुरजेवाला के मुताबिक, “दिनभर कॉर्बेट पार्क का भ्रमण करने के बाद गुरुवारशाम पौने सात बजे उनका काफिलाधनगढ़ी गेट से निकला। इसी दिन दोपहर 3.10 बजेपर हमला हुआ। मोदी ने वहां अधिकारियों से चर्चा की। जैसे ही धनगढ़ीगेट से उनका काफिला निकला, लोगों ने मोदी जिंदाबाद के नारे लगाए। देश हमारे शहीदों के टुकड़े चुन रहा था और प्रधानमंत्री अपने नाम के नारे लगवा रहे थे। पूरे देश के चूल्हे बंद थे और प्रधानमंत्री 7 बजे चाय नाश्ते का आनंद ले रहे थे। इससे ज्यादा अमानवीय व्यवहार किसी प्रधानमंत्री का नहीं हो सकता।”
‘प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय शोक की घोषणा नहीं की’
सुरजेवाला ने एक फोटो दिखाते हुए कहा, “उनकी (मोदी की) शाम की नौका विहार की फोटो स्थानीय अखबारों में छपी हैं। एक और पीड़ादायक बात यह भी है कि पुलवामा हमले के बाद प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय शोक की घोषणा नहीं की। क्योंकि सरकारी खर्चे पर की जाने वाली सभाएं और योजनाएं बंद न हो जाएं। 16 फरवरी 2019 को शहीदों के ताबूत उनके कफन दिल्ली एयरपोर्ट पर थे। मोदी वहां झांसी से 1 घंटा लेट पहुंचे। वे पहले अपने घर गए, फिर वहां से एयरपोर्ट पहुंचे।”
“भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य साक्षी महाराज एक शहीद के कार्यक्रम में हंस रहे थे। सरकार के पर्यटन मंत्री ने तो शहीद की डेडबॉडी के साथ सेल्फी भी ली। मोदीजी अब दो दिन की साउथ कोरिया यात्रा पर चले गए हैं। ऐसे समय जब पूरा देश पुलवामा हमले की पीड़ा से गुजर रहा है, वे विदेश दौरे पर हैं।”
कांग्रेस ने पूछे 5 सवाल
1. आप अपनी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और गृहमंत्री की विफलता के लिए जिम्मेदारी क्यों नहीं स्वीकार करते?
2. आतंकियों को सैकड़ों किलोग्राम, कार्बाइन और लॉन्चरकहां से मिले? विस्फोटक ले जा रही कार को सैनिटाइज्ड जोन में अंदर जाने की अनुमति कैसे मिली?
3. सरकार ने जैश-ए-मोहम्मद की चेतावनी को नजरअंदाज कैसे कर दिया?
4.सरकार द्वारा सीआरपीएफ के जवानों को एयरलिफ्ट करने की अपील को क्यों ठुकराया गया?क्या इस काफिले के आगे बढ़ने से पहले खराब मौसम के चलते जवान यहां फंसे नहीं रहे?क्या उनकी जिंदगी बच नहीं सकती थी?
5. सरकार के 56 महीनों में 488 जवान शहीद क्यों हुए? नोटबंदी से आतंकी हमले बंद क्यों नहीं हुए?
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