पुलवामा. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के पिंगलिना में सेना का आतंकियों के साथ एनकाउंटर हुआ। इसमें एक मेजर समेत 4 जवान शहीद हो गए हैं। इनमें शहीद हुए मेजर विभूति कुमार ढौंडियाल उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले थे। पिछले साल अप्रैल में ही उनकी शादी हुई थी। वो तीन बहनों के अकेले भाई थे।
एक साल पहले ही हुई थी शादी
– मेजर विभूति 55 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे। बताया जा रहा है कि एनकाउंटर के दौरान वो आतंकियों को घेरे हुए थे, तभी गोली लगने से उनकी मौत हो गई।
– मेजर का घर देहरादून के नेश्र्विवला रोड के 36 डंगवाल मार्ग पर है। मेजर के पिता की कंट्रोलर डिफेंस अकाउंट ऑफिस में थे और उनका देहांत हो चुका है। घर में उनकी दादी, मां और पत्नी रहती हैं।
– इन तीनों को विभूति की शहादत का बारे में पहले नहीं बताया गया था। हालांकि, बाद में सेना के अफसरों ने पत्नी को उनके शहादत की खबर दे दी।
– दुख की ये खबर सुनते ही आस-पास के लोग ढांढस देने पहुंचने लगे। मेजर विभूति 31 साल के थे और पिछले साल ही अप्रैल में उनकी शादी हुई थी। वो तीनों भाइयों के इकलौते भाई थे और घर में सबसे छोटे थे।
पुलवामा एनकाउंटर में हुए शहीद
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में रविवार रात 12 बजे से चल रहे एनकाउंटर में सेना ने जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को ढेर कर दिया है। इसमें पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड गाजी राशीद भी मारा गया है। सोमवार सुबह तक चली इस मुठभेड़ में 55 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर विभूति समेत चार जवान शहीद हुए हैं। इनमें हरियाण के रेवाड़ी के रहने वाले सिपाही हरि सिंह, राजस्थान के झुंझुनूं के सेव राम और मेरठ के अजय कुमार शहीद हो गए।
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