119 साल का हुआ रेडियो, लोगों के मनोरंजन के लिए 1906 में पहली बार सुनाई गई थी वायलिन की धुन

[ad_1]


लाइफस्टाइल डेस्क. आज वर्ल्ड रेडियो डे है। यूं तो भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु ने भारत में और गुल्येल्मो मार्कोनी ने इंग्लैंड से अमरीका संदेश भेजकर 1900 में रेडियो की शुरुआत कर दी थी। लेकिन इसे मनोरंजक बनाने में 24 दिसंबर 1906 का दिन यादगार रहा। जब शाम को वैज्ञानिक रेगिनॉल्ड फेसेंडेन ने अपना वायलिन बजाया और अटलांटिक महासागर में तैर रहे तमाम जहाजों के रेडियो ऑपरेटरों ने उस संगीत को अपने रेडियो सेट पर सुना। ये दुनिया में रेडियो प्रसारण की बड़ी शुरुआत थी। जानिए रेडियो से जुड़े ऐसे ही दिलचस्प किस्से….

    • 2011 में यूनेस्को की जनरल कॉन्फ्रेंस में तय किया गया कि 13 फरवरी को हर साल ‘वर्ल्ड रेडियो डे’ मनाया जाएगा। यह दिया इसलिए चुना गया क्योंकि 1946 में 13 फरवरी को यूनाइटेड नेशन रेडियो की स्थापना हुई थी।
    • वर्ल्ड रेडियो डे का उद्देश्य लोगों को रेडियो के प्रति जागरूक करना और इतिहास में इसकी भूमिकाओं को याद कराना है। इस साल इसकी थीम है संवाद, सहिष्णुता और शांति।
    • रेडियो की खोज सन 1900 में इटेलियन वैज्ञानिक गुल्येल्मो मार्कोनी ने की लेकिन साल दर साल इसमें कई बदलाव हुए जिसने इसे दुनियाभर में खबरों का माध्यम बनाया।
    • एक सर्वे के मुताबिक, इंटरनेट के दौर में आज भी दुनिया में 390 करोड़ लोगों के लिए मनोरंजन का जरिया रेडियो है।
    1. Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


      world radio day 2019 why celebrated day radio day history of radio

      [ad_2]
      Source link

Translate »