लखनऊ.उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के चार जिलों शनिवार कोजहरीली शराब से मरने वालों की तादाद 112तक पहुंच गई। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, सबसे ज्यादा 55 मौतें उप्र के सहारनपुर में हुईं। मेरठ में 18, कुशीनगर में 10 और उत्तराखंड के रुड़की में 32 लोगों की जान गई। सूत्रों की मानें तो माफिया ने शराब में स्प्रिट या चूहा मारने की दवा मिलाई थी।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव (आबकारी) और डीजीपी को शराब माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के साथ दोषी अफसरों को निलंबितकरने के निर्देश दिए हैं। उत्तराखंड केमुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मृतकों के परिजन को 2-2 लाख रु की मदद देने की बात कही है।
लखनऊ में शराब के पाउच की जांच
सहारनपुर के एसएसपी दिनेश कुमार ने बताया कि घटना के बाद 30 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उत्तराखंड के आरोपी पिंटू ने लोगों को शराब के पाउच लाकर दिए थे। वह लंबे वक्त से इस धंधे में लिप्त है। अवैध शराब केपाउच जांच के लिएलखनऊ लेबोरेटरी भेजे गए हैं।
नेताओं के संरक्षण मेंअवैध शराब का धंधा
सहरानपुर के डीएम आलोक पांडेय ने बताया कि कई लोगों की हालत गंभीर है, जिन्हें इलाज के लिए मेरठ रेफर किया गया है। शुक्रवार कोपुलिस और आबकारी विभाग के नौ कर्मचारियों को निलंबित किया गया था। लोगों का आरोप है कि दोनों विभाग की मिलीभगत से प्रदेश में अवैध शराब का कारोबार बड़े पैमाने पर हो रहा है, जिसे नेताओं का भी संरक्षण प्राप्त है।
लोगों ने ईंट भट्टे पर अवैध शराब पी थी
कुशीनगर के जवहि दयाल चैनपट्टी में मंगलवार रात जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत हो गई थी। इन लोगों ने गांव के बाहर ईंट भट्ठे पर बनने वाली अवैध शराब पी थी। बीते 72 घंटे में शराब पीने से बीमार हुए सात और लोगों ने दम तोड़ दिया। घटना के बाद लोगों में आक्रोश है।
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