नेशनल डेस्क. इंटरनेट पर एक बंगाली शादी की कहानी वायरल हो रही है, पर ये सब अच्छी वजहों से हो रहा है। इस शादी में दूल्हा-दुल्हन की सीटिंग से लेकर दुल्हन के पिता की स्पीच तक सबकी तारीफ हुई। दुल्हन के पिता ने बेटी का कन्यादान करने से मना कर दिया क्योंकि उनके लिए बेटी कोई प्रॉपर्टी नहीं है। वहीं, शादी कराने के लिए भी यहां कोई पारंपरिक पंडित नहीं था, बल्कि दो महिला पंडित थीं। शादी में उठाए गए इन प्रगतिशील कदमों की तारीफ हो रही है।
इस शादी में क्या-क्या था खास ?
– इस शादी की फोटो और कहानी ट्विटर पर अस्मिला घोष नाम की महिला ने शेयर की है, जो खुद भी इस शादी में गई थीं। उनकी पोस्ट को 4000 से ज्यादा बार लाइक और 900 से ज्यादा बार रीट्वीट किया जा चुका है।
– अस्मिता ने फोटो के साथ कैप्शन में लिखा, महिला पंडितों के साथ मैं भी इस शादी में हूं। यहां दुल्हन का पहले मां और फिर पिता के नाम के साथ परिचय कराया गया।
– अस्मिता के मुताबिक, इसके बाद दुल्हन के पिता ने स्पीच के जरिए बेटी का कन्यादान न करने के फैसले के बारे में बताया और वजह सुन सब इम्प्रेस हो गए।
स्पीच में क्या बोले पिता ?
– पिता ने बताया कि कन्यादान उन बहुत ही पुरानी परंपराओं में से एक हैं, जो भारतीय परिवार करने आ रहे हैं। इसका अर्थ ये होता है कि पिता ने बेटी को उसके पति को दान दे दिया है।
– पिता ने आगे कहा कि पर मुझे नहीं लगता कि मेरी बेटी कोई प्रॉपर्टी है, जिसे मैं दान कर दूं। उन्होंने स्पीच में ये भी बताया कि कन्यादान न करने का फैसला शादी के समय नहीं, बल्कि लड़के के परिवार से मिलकर 6 महीने पहले ही तय कर लिया गया था।
– इस शादी में हुई अनोखी चीजों पर जहां कुछ लोगों के लिए विश्वास करना भी मुश्किल हो रहा है। वहीं कई लोग इस फैमिली की प्रोग्रेसिव सोच की तारीफ कर रहे हैं।
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