चंडीगढ़/लंदन.बिजनेसमैन रूबेन सिंह ने 50 करोड़ रुपए खर्च कर 6 रॉल्स रॉयस कारें खरीदी हैं। इन कारों को डिलीवर करने कंपनी के सीईओ खुद उनके घर पहुंंचे। उनके पास अब 20 रॉल्स रॉयस कारेंहैं। आखिर रॉल्स रॉयस हीक्यों? इसके पीछे की कहानी जुड़ी है, उनकी पगड़ी और सम्मान से।
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2017 में किसी अंग्रेज ने रूबेन सिंह की पगड़ी को लेकर उनका अपमान कर दिया था। पगड़ी की ताकत और शान दिखाने के लिए उन्होंने तभी से पगड़ी के रंग (नीले)की रॉल्स रॉयस कारें खरीदना शुरू कर दिया। अंग्रेज रॉल्स रॉयस को राजशाही सवारी मानते हैं और रूबेन सिंह ने इन कारों को खरीदकर बता दिया कि पगड़ी पहनने वाला भी किसी से कम नहीं हैं।
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अपने पक्के ग्राहक का सम्मान करने के लिए रॉल्स रॉयस के सीईओ टॉटर्स्टन मुलर ओटवस खुद रूबेन सिंह को इन लग्जरी कारों की डिलीवरी देने पहुंचे। भारतीय मूल के बिलिनेयर रूबेन सिंह को ब्रिटेन का बिल गेट्स भी कहा जाता है। बिजनेस फैमिली से आने वाले रूबेन सिंह एक प्राइवेट इक्विटी फंड कंपनी ईशर कैपिटल के सीईओ हैं। वे यूके के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेअर के साथ स्मॉल बिजनेस पर एक सरकारी एडवाइजरी पैनल के सदस्य भी रह चुके हैं।
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लंदन में सेल्समेन ने अलवर के महाराज जयसिंह का अपमान कर दिया था। उन्होंने रियासत में रॉल्स रॉयस कारें मंगवाईं। उसके बाद उन्हें सफाई के काम में लगवा दिया। कंपनी को माफी मांगनी पड़ी थी।
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