नई दिल्ली. आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने अपना घोषणा पत्र बनाने के लिए रविवार को बड़े अभियान की शुरुआत की। भाजपा अपने घोषणा पत्र को संकल्प पत्र कहती है। पार्टी यह संकल्प पत्र बनाने के लिए 10 करोड़ लोगों की राय जानेगी। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने ‘भारत के मन की बात, मोदी के साथ’ अभियान शुरू किया।
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राजनाथ सिंह ने अभियान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता 300 गाड़ियों के जरिए देशभर में जाएंगे। हम 400 लोकसभा क्षेत्रों में 7,500 बॉक्स रखेंगे। इसी के जरिए लोग अपने सुझाव देंगे।
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संकल्प पत्र समिति के अध्यक्ष सिंह ने कहा- किसी पार्टी का घोषणा पत्र बनाने के लिए इतना बड़ा अभियान कभी नहीं चलाया गया। हम 10 करोड़ लोगों तक टेलीफोन, सोशल मीडिया समेत 7 माध्यमों से पहुंचेंगे। लोगों से 12 विषयों पर उनकी राय मांगी जाएगी।
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सिंह ने कहा- किसान और कृषि, युवा और खेल, महिला सशक्तिकरण, समेकित विकास, अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य, शिक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति जैसे मुद्दों पर हम लोगों की राय जानेंगे। हर कैटेगिरी के लिए एक नेता की नियुक्ति की गई है। इसके तहत अर्थव्यवस्था अरुण जेटली, शिवराज सिंह चौहान कृषि और विनय सहस्त्रबुद्धे विदेश नीति की कैटेगिरी का जिम्मा संभालेंगे।
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अमित शाह ने कहा- केवल मोदी सरकार ही भारत में सभी का विश्वास सुनिश्चित कर सकती है। भाजपा सरकार ही दीर्घकालिक विकास की मजबूत आधारशिला रख सकती है।
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शाह ने कहा- देश में पहली बार िकसी पार्टी ने इस तरह का देशव्यापी अभियान शुरू किया है। हमारा लक्ष्य घोषणा पत्र बनाने की प्रक्रिया को लोकतांत्रिक बनाना और नए भारत के निर्माण का ढांचा तय करने के लिए जनता को इस काम में शामिल करना है।
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भाजपा अध्यक्ष ने कहा- यह भाजपा का कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह लोगों का अभियान है। इस तरह का अनूठा प्रयोग देश में लोकतंत्र को मजबूत करेगा। घोषणा पत्रों को अक्सर हल्के में लिया जाता है, लेकिन हमारी पार्टी का मकसद इसकी पवित्रता को पुनर्स्थापित करना है।
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उन्होंने कहा, “लोग किस तरह का देश चाहते हैं और इसके लिए उनके क्या सुझाव हैं। इस अभियान के जरिए हमें उन तक पहुंचने और उनके नजरिये को जानने में मदद मिल सकेगी।”
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इस अभियान की टैग लाइन ‘काम करे जो, उम्मीद उसी से हो’ है। पार्टी ने अपने घोषणा पत्र के लिए पहला सुझाव उस होटल के वेटर से लिया, जहां इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
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शाह ने कहा, “जब वंशवाद, जातिवाद और वोट बैंक के जरिए हमारे विपक्षी सत्ता में आ रहे थे, तब भी हमने अपनी पार्टी के आतंरिक लोकतंत्र को बरकरार रखा। भाजपा आदर्शों पर चलने वाली पार्टी है। यही भाजपा और दूसरी पार्टियों में बड़ा अंतर है। विपक्षी कभी भी देश को समेकित विकास नहीं दे सकते हैं।”