सोनभद्र। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन के अध्यक्ष कौशल शर्मा के नेतृत्व में मंगलवार को विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता अनिल कुमार सिंह से मिलकर व्यापारियों की समस्याओं से अवगत कराया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा की बिजली विभाग की समस्या का बिगत कई वर्षों से समाधान नहीं हो रहा है कई जगह पोल बीच नाली में पानी के बीच सड़ चुके हैं वहीं दूसरी ओर नगर स्थित कुछ पोल जमीन के लेवल से क्रेक हो चुके हैं कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। संगठन के जिला अध्यक्ष कौशल शर्मा ने कहा कि वर्तमान सरकार व्यापारियों के कल्याण हेतु निरंतर सकारात्मक प्रयास कर रही है जो धरातल पर दिखाई भी पड़ रहा है परंतु अभी भी तमाम समस्याएं जस की तस बनी हुई है। उन्होंने मांग किया कि त्रुटि पूर्ण बिजली बिल का तत्काल समाधान किया जाए। बहुत से व्यापारियों का कहना है कि बिना मीटर रीडिंग मनमानी बिल भेज दिया जा रहा है जिससे व्यापारियों को बार-बार कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है कई बार ऐसा भी होता है कि घर बैठे ही मीटर रीडिंग भेज दिया जाता है जबकि वास्तविक रीडिंग किए गए रीडिंग से कम होती है। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय पर 24 घंटे एवं तहसील मुख्यालय पर साढे 21 घंटे तथा ग्रामीण इलाके में 18 घंटे विद्युत आपूर्ति किसी हाल में सुनिश्चित
किया जाए यदि किसी वजह से लोकल फाल्ट के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित होती है तो रोस्टिंग की अगली पाली बाधित समय वाली बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित किया जाए। जिला महामंत्री प्रितपाल सिंह ने कहा कि भीषण गर्मी उमस के कारण बीमार बुजुर्गों एवं बच्चों की हालत दयनीय हो गई। नगर अध्यक्ष प्रशांत जैन एवं नगर महामंत्री जसकीरत सिंह ने कहा कि आज कल उपभोक्ताओं के फोन पर ऐसे जालसाजो की भी फोन आ रहे हैं जो बिजली चोरी में पकड़े गए लोगों के नंबरों को फोन कर मामला खत्म करने के नाम पर पैसे मांग रहे हैं। वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश जायसवाल, रवि जायसवाल, राजू जायसवाल ने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि क्षतिग्रस्त परिवर्तन को वर्कशॉप तक पहुंचाने तथा नए परिवर्तको वर्कशॉप से कार्य स्थल तक लाने का दायित्व विभाग का निर्धारण किया गया है परंतु आज भी उपभोक्ता को अपने निजी साधनों से परिवर्तनों की ढुलाई स्वयं के खर्चे पर करनी पड़ती। जिला कोषाध्यक्ष शरद जायसवाल, जिला उपाध्यक्ष यशपाल सिंह, विनोद जायसवाल, दीप सिंह पटेल ने कहा कि 2017 से लागू नई व्यवस्था के अनुसार शहरी क्षेत्र में क्षतिग्रस्त प्रवर्तक को 24 घंटे के अंदर एवं ग्रामीण क्षेत्र में क्षतिग्रस्तों को 48 घंटे में बदलने की व्यवस्था की गई है परंतु हफ्तों तक उपभोक्ता अंधेरे में रहने को बाध्य है। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से प्रतीक केसरी, अमित वर्मा, प्रमोद गुप्ता, अनिकेत सिंह, अवधेश कुमार आदि संगठन से जुड़े व्यापारी उपस्थित रहे।