जीवन मंत्र । जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से होलिका दहन 6 या 7 मार्च
होलिका दहन 6 या 7 मार्च शंका समाधान
इस वर्ष होलिका दहन को लेकर जनमानस में असमंजस की स्थिति बनी हुई है इस लेख के माध्यम से हम होलिका दहन से सम्बंधित शंकाओ का समधन कर रहे है आशा करते है सही इससे लाभान्वित होंगे।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रदोष काल व्याप्त फाल्गुन पूर्णिमा के दिन भद्रा रहित काल में होलिका दहन किया जाता है।
इस वर्ष पूर्णिमा केवल पहले दिन 6 मार्च को ही प्रदोष व्यापिनी है। 6 मार्च को प्रदोषकाल सायं 06:25 से 08:55 मिनट तक रहेगा यह भद्रा से व्याप्त है। और भद्रा निशीथ (अर्द्धरात्रि) से आगे जाकर प्रातः 05:14 पर समाप्त होगी। अगले दिन पूर्णिमा साढे तीन प्रहर से अधिक व्याप्त होने पर भी प्रतिपदा का मान पूर्णिमा के कुलमान से कम होने के कारण भारत में जहां 6 मार्च के दिन सूर्यास्त सायं 06 बजकर 10 मिनट से पहले होगा वहा होलिका दहन 6 मार्च के ही दिन अन्यथा स्मृतिसार शास्त्रानुसार दूसरे दिन यानि 7 मार्च को करना शास्त्र सम्मत है।
विशेष ऊपर दिए गए मुहूर्त ऋषिकेश के स्थानीय समय अनुसार है अन्य प्रदेशो का मुहूर्त जानने के लिए अपने स्थानीय सूर्यास्त से गणना करें।