वाराणसी से सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट
मंडलायुक्त के निर्देशन में शहर में चल रहे प्रोजेक्ट्स-रोपवे, ट्रांसपोर्ट नगर, नये मंडलीय कार्यालय, टेंट सिटी, नई टाउनशिप नीति, बस अड्डा आदि के संबंध में समीक्षा हुई
वाराणसी। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा के निर्देशन में शहर में चल रहे विविध निर्माण तथा प्रस्तावित निर्माणों के संबंध में बैठक सम्पन्न हुई। विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभिषेक गोयल भी बैठक में मौजूद रहे।
बैठक में रोपवे निर्माण के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक हुई जिसमें निर्माणाधीन एजेंसी द्वारा 2 प्रमुख स्टेशन तथा 9 टावर्स के चिन्हित स्थलों पर मिट्टी जांच की कार्यवाही की जा रही। मंडलायुक्त द्वारा रोपवे निर्माण के सम्बन्ध में पूरे प्रगति की समयावधि जानकारी देने को कहा गया।
सारनाथ में अंतर्राष्ट्रीय बुद्धिस्ट सर्किट के तहत चल रहे प्रो-पूअर प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक भी हुई। मंडलायुक्त द्वारा बुद्धिस्ट कल्चर, जापानी कल्चर को प्रोजेक्ट में जगह देने को कहा गया ताकि प्रस्तावित प्रोजेक्ट को अंतर्राष्ट्रीय ख्याति दी सके।
बैठक में ट्रांसपोर्ट नगर तथा टेंट सिटी के सम्बन्ध में विकास प्राधिकरण द्वारा जानकारी दी गयी जिसमें मंडलायुक्त ने टेंट सिटी के लिये नमो घाट तथा एयरपोर्ट पर टिकट खिड़की खोलने की बात कही। पर्यटकों के फीडबैक भी लिया जाये तथा कस्टमर फीडबैक पर कार्रवाई जरूर हो।
मंडलायुक्त ने शहर में नई टाउनशिप, प्रस्तावित बस अड्डे तथा साड़ी कारोबारियों के लिये चिन्हित स्थलों के संबंध में बकायदा जानकारी हासिल करने हेतु कमेटी बनाकर चिन्हित स्थलों के सम्बन्ध में जानकारी देने को कहा।
बैठक में वीडीए द्वारा आगामी जी-20 के आयोजन हेतु की जा रही तैयारियों की जानकारी भी दी गयी जिसमें मंडलायुक्त ने थीम बेस्ड पेंटिंग तथा क्षेत्र की प्रमुखता के हिसाब से पेंटिंग कराने की बात कही। मंडलायुक्त द्वारा जनसहभागिता के माध्यम से जो कार्य हो सकें उनकी बैठक करते हुए पूरी जानकारी देने को कहा गया।
बैठक में कमिश्नर कंपाउंड में प्रस्तावित मंडलीय कार्यालय के सम्बन्ध मे भी जानकारी दी गयी।
बैठक में लोकनिर्माण विभाग द्वारा शहर में जी-20, नये सड़क व पुलों के सम्बन्ध में बने प्रस्ताव तथा सुगम यातायात के संबंध में प्रस्तावित निर्माणों की जानकारी दी गयी।
मंडलायुक्त द्वारा संबन्धित विभागों को अपने विभागों के प्रमुख सचिव से वार्ता करते हुए सभी प्रोजेक्ट्स में तेजी लाने को कहा गया ताकि जी-20 सम्मेलन तक कार्यों को उचित रूप दिया जा सके।