वाराणसी से पुरुषोत्तम चतुर्वेदी
जनपद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व माटी के लाल पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती सादगी एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
कमिश्नर एवं डीएम ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके आदर्शों पर चलने की लोगों से अपील की
महात्मा गांधी न सिर्फ भारत में बल्कि विदेश में भी प्रसिद्ध हैं-कमिश्नर
गांधी जी द्वारा दिए गए विचार और कथन आज भी प्रांसगिक व लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है-दीपक अग्रवाल
महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री दोनों ने दृढ़ संकल्प करना और उससे प्रेरणा लेकर परिणाम हासिल करना सिखाया-जिलाधिकारी
दोनो महान विभूतियां हमारे जीवन के लिए मार्गदर्शक हैं-कौशल राज शर्मा
मलिन बस्तियों में चला विशेष सफाई अभियान वाराणसी। मंडल एवं जनपद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 153 वीं जयंती एवं माटी के लाल पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती 02 अक्टूबर रविवार को सादगी एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कमिश्नरी, कलेक्ट्रेट, दीवानी, विकास भवन, विकास प्राधिकरण कार्यालय सहित सभी राजकीय भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया तथा सभी कार्यालयों, विद्यालयों और दूसरे संस्थाओं के हाल में प्रातः महात्मा गाँधी व लाल बहादुर शास्त्री के प्रतिमा अथवा चित्र का अनावरण व माल्यार्पण कर इनके जीवन संघर्ष, देश-सेवा व उनके जीवन-मूल्यों पर प्रकाश डाला गया। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कमिश्नरी कार्यालय सभागार तथा जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने जिला राइफल क्लब सभागार में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि दी। मौके पर मौजूद अधिकारियों/कर्मचारियों को इन महान विभूतियों के आदर्शों पर चलने की अपील की। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बापू को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए विशेष रूप से निर्बलों के कल्याण सम्बन्धी "अन्तयोदय की उनकी अवधारणा, भावनात्मक एकता, राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता के सम्बन्ध में उनके विचारों पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी न सिर्फ भारत में बल्कि विदेश में भी प्रसिद्ध हैं। गांधी जी द्वारा दिए गए विचार और कथन आज भी प्रांसगिक व लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है। गांधी सहिष्णुता, त्याग, संयम और सादगी की शानदार मिसाल थे। उनमें अद्भुत नेतृत्व क्षमता थी। स्वतंत्रता आंदोलन में जनता ने उनके नेतृत्व में जेलें भरीं, लाठियां गोलियां खाईं। उनके सविनय अवज्ञा आंदोलन, असहयोग आंदोलन, विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार, चंपारण सत्याग्रह, दांडी सत्याग्रह, दलित आंदोलन, रॉलेट एक्ट, नमक कानून, भारत छोड़ो जैसे आंदोलनों ने अंग्रेजों की नाक में दम कर दिया और आजादी पाने की राह आसान हो गई। गांधी जी ने भारतीयों को स्वदेशी वस्तुओं के प्रेम करना सिखाया।नतीजतन स्वदेशी उद्योग धंधों का बढ़ावा मिला। आजादी के अलावा गांधी जी का एक और सपना था, ग्राम स्वराज। वह चाहते थे कि गांव आत्मनिर्भर हों। गांव में उद्योग धंधे मजबूत हों। उनका यह सपना तब पूरा हुआ जब 1993 में देश में पंचायती राज व्यवस्था लागू हुई। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने राइफल क्लब सभागार में महात्मा गांधी की प्रतिमा और लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर भी माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों कर्मचारियों को संबोधित करते हुए इन महान विभूतियों के आदर्शो को अपने जीवन में उतारने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गांधीजी ने संकल्प लिया और उससे प्रेरणा लेकर गांधीजी ने सत्य और अहिंसा के बल पर देश को आजादी दिलाने का मार्ग प्रशस्त किया। लाल बहादुर शास्त्री के दृढ़ संकल्प ने ही स्वाभिमानी, आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया और देश को एक दिशा दी, जिससे देश में समृद्धि का मार्ग प्रशस्त हुआ।आज का भारत देश इन महापुरुषों की प्रेरणाओं का प्रतिफल है। इस अवसर पर समस्त एडीएम, एसडीएम, मजिस्ट्रेट व कलेक्ट्रेट कर्मियों द्वारा महात्मा गांधी की प्रतिमा तथा लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर पुष्प अर्पित कर सहृदय नमन किया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर मजिस्ट्रेटों व कलेक्ट्रेट कर्मियों द्वारा उनके जीवन के आदर्शों का उल्लेख करते हुए देशवासियों से उनको आत्मसात् करने पर जोर दिया गया और उनके जीवन की अनेक घटनाओं पर प्रकाश डाला गया। गांधी जयंती के अवसर पर स्कूलों एवं कालेजों में गाँधी वादी जीवन-दृष्टि का प्रचार तथा गाँधी जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विद्यार्थियों की वाद- विवाद प्रतियोगिताएं/गोष्ठियाँ आयोजित हुई। जिसमें जातिगत भेद-भाव से दूर रहकर समाज में समता एवं समरसता लाने पर बल दिया गया। मानवाधिकारों की सुरक्षा तथा निर्बलों के उत्पीड़न को समाप्त करने और सामाजिक न्याय की अवधारणा एवं उसकी अवश्यकता की पूर्ति हेतु शासन की प्रतिबद्धता से जन-साधारण को अवगत कराया गया। महिलाओं की उन्नति के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी द्वारा बताये गये मार्ग का अवलम्बन करने बालिका-शिक्षा के प्रसार, दहेज प्रथा की समाप्ति तथा महिलाओं को आर्थिक सामाजिक क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर देने के लिए सामाजिक चेतना पैदा करने के लिए महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से जनसामान्य, विशेषकर महिलाओं को भिज्ञ कराने हेतु प्रभावी अभियान चलाये जाने पर जोर दिया गया। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की ग्राम स्वराज्य की अवधारणा के अनुसार गाँवों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने तथा मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ग्रामवासियों में सच्चरित्रता सादगी तथा स्वावलम्बन पर बल दिया गया। इस दिशा में शासन की पारदर्शी नीति और इस सम्बन्ध में किये गये अभिनव एवं सार्थक प्रयासों से भी लोगो को अवगत कराया गया। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के नेतृत्व में चलाये गये स्वाधीनता आन्दोलन उ०प्र० में उसके व्यापक प्रभाव, उनके महान व्यक्तित्व द्वारा दिये गये रचनात्मक कार्यक्रमों, स्वदेशी आन्दोलन, नमक सत्याग्रह, व्यक्तिगत सत्याग्रह आदि पर प्रकाश डाला गया। " सादा जीवन उच्च विचार" मितव्ययिता, नैतिकता, भाईचारा तथा सर्वधर्म सम्भाव जैसे आदर्श जीवन मूल्यों को अपनाने पर भी जोर दिया गया। देश को कमजोर करने वाली शक्तियों से सावधान रहते हुए राष्ट्रीय अस्मिता की रक्षा करना उनका पुनीत कर्तव्य है शादी के संबंध में लोगों से अपील की गई। बताया गया कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य है-जन आकांक्षाओं की पूर्ति तथा राज का समग्र विकास, राज्य सरकार सभी वर्गों की उन्नति, कल्याण एवं सर्वांगीण विकास के लिए कृत संकल्प है। टाउन हॉल मैदागिन में प्रातः महात्मा गांधी जी तथा रामनगर किला के बगल में स्थित लाल बहादुर शास्त्री जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके साथ ही प्रातः मलिन बस्ती छोटी मलदहिया (पिपलानी कटरा), बड़ी मलदहिया (मलदहिया चौराहा),जयप्रकाश नगर सिगरा, दया नगर मलिन बस्ती (सिंचाई कॉलोनी के बगल में) में विशेष सफाई अभियान चलाया गया। इसके अलावा सूजा बाद मलिन बस्ती, नगर पालिका परिषद रामनगर व नगर पंचायत गंगापुर में मलिन बस्ती की विशेष सफाई अभियान तथा इंद्रपुर शिवपुर स्थित मान्यवर कांशीराम आवास परिसर व पार्क में साफ- सफाई की विशेष व्यवस्था कराई जाएगी। प्रातः कुष्ठ सेवा केंद्र राजघाट व कुष्ठ सेवा आश्रम संकटमोचन में कुष्ठ रोगियों को फल एवं दवा का वितरण, मध्याह्न जिला एवं केंद्रीय कारागार में फल वितरण किया गया।विकास खंडों में स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पर्यावरण से संबंधित जन जागरण अभियान चलाकर जनसामान्य को अवगत कराया गया। पंचायत भवनों पर महात्मा गांधी जी के चित्र का अनावरण एवं राष्ट्रीय ध्वज संबंधित ग्राम प्रधानो द्वारा फहराया गया।