मऊ । दुनिया का बेताज बादशाह बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के 9 गैंगों का तिलिस्म तोड़ने के लिए अब पुलिस प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है।मऊ पुलिस ने
आपरेशन प्रहार के तहत शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है।आपरेशन प्रहार की निगरानी खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं।
मऊ पुलिस की इस कार्रवाई से साफ है कि प्रशासन फिलहाल माफिया मुख्तार अंसारी को किसी कीमत पर बख्शने को तैयार नहीं हैं।मुख्तार गैंग को तोड़ने के लिए पुलिस अब और सख्ती करने जा रही है। मऊ पुलिस में बकायदे एंटी माफिया सेल का गठन भी किया गया है। मऊ के अलावा गाजीपुर, गोरखपुर, आजमगढ़ समेत कई जिलों में मौजूद मुख्तार के सहयोगियों की कुंडली खंगाली जा रही है। अब तक 154 करीबियों को पुलिस ने रडार पर ले लिया है। इनकी रजिस्ट्री से लेकर इनकम तक जांच शुरू हो गई है।इस पूरे मामले की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद निगरानी कर रहे हैं।साथ ही जिले के एसपी पूरे मामले से सीएम को अवगत करा रहे हैं। बताया जा रहा है कि एंटी माफिया सेल में क्षेत्राधिकारी नगर धनंजय मिश्र, एसडीएम न्यायिक अखिलेश को भी तैनात किया गया है।
माफिया मुख्तार अंसारी के सहयोगियों के खिलाफ गैंगों को पंजीकृत करके पुलिस नजर रख रही है। इसमें गैंग के लीडर और इनके सदस्यों पर निगरानी रखे हुए हैं। इसमें अपराधिक गैंग आईआर 9 के लीडर जो फरार चल रहा है।अनुज कन्नौजिया की तलाश जारी है। आपराधिक गैंग डी- 8 का लीडर अजीत सिंह मर चुका है।
आपको बता दें कि इससे पहले भी माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी अफरोज के भाई पर पुलिस ने कार्रवाई की थी।पुलिस ने उसकी संपत्ति को कुर्क करने के लिए नोटिस चस्पा कर दिया था।नोटिस चस्पा करने की कार्रवाई बाराबंकी की देवा और सोनभद्र की चोपन पुलिस ने की। चोपन थाना क्षेत्र के पटवध में बनारस-शक्तिनगर हाईवे पर गैंगस्टर के आरोपी अफरोज खान के भाई उमेर खान की जमीन थी।