जगदीश/ गिरीश तिवारी
डाला-सोनभद्र।स्थानीय नगर समेत आसपास के क्षेत्र में सावन पूर्णिमा के अवसर पर प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला भाई-बहन का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन सावन महीने के आखिरी दिन शुक्रवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। रक्षाबंधन के अवसर पर बहनों ने सज धज कर अपने भाई के कलाई पर राखी बांधी तथा माथे पर तिलक लगाकर आरती उतारी।
परंपरानुसार भाइयों ने भी अपनी बहन को उपहार देते हुए उसकी रक्षा का संकल्प लिया। रक्षाबंधन का त्योहार भाई बहन के निश्चछल प्रेम के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। शायद यही वजह है कि बहनें इस दिन का इंतजार वर्ष भर करती हैं। बहने चाहे ससुराल बसती हों चाहे मायके वे अपने भाई को राखी बांधना नहीं भूलतीं। त्योहार को लेकर बाजार में मिठाई कि दुकान व राखी कि दुकानों पर चहल-पहल व रौनक देखी गई।रंग-बिरंगी राखियों से सजी दुकानों पर छोटी बच्चियों
समेत युवतियों की विशेष भीड़ गुरुवार की सुबह से शुरू होकर गुरुवार तक रही। इस पावन मौके पर बहनों को गिफ्ट देने को लेकर युवक व बच्चे भी खरीदारी करते देखे गए। कोरोना काल के चलते पिछले दो वर्षों तक बाजार में त्यौहार फीका पड़ गया था इस वर्ष मिठाई दुकानों पर काफी भीड़ देखी गयी। रक्षाबंधन के दौरान घर-घर में बहना ने भाई की कलाई पे प्यार बांधा है, भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना, मेरे भैया मेरे चंदा मेरे अनमोल रतन आदि गीतों ने रक्षा बंधन के त्योहार को और भी उत्सवी बना दिया।