कर्मा पुलिस सूचना मिलते ही हुई सक्रिय, मात्र 07 घंटे में मोबाइल लोकेशन पर बच्ची बरामद
अपहरण करने वाली मौसेरी बहन के नाम नामजद पड़ी तहरीर
अपहरण कर वाराणसी ले गई थी बच्ची
ईमलीपुर,सोनभद्र(रोहित कुमार त्रिपाठी) । स्थानीय थानांतर्गत कसया खुर्द गांव निवासी रामजतन के घर उनकी पुत्री सरिता पत्नि विजय निवासी बरकरा राबर्ट्सगंज अपनी इकलौती साढ़े तीन वर्षीय पुत्री सपना उर्फ परी को लेकर मायके घुमने आई थी। 29 मई को सुबह सपना के मौसी की भतीजी अर्थात मौसेरी बहन रिंकी उर्फ बब्बू सुबह लगभग 08 बजे अपने मौसी के घर घूमने के बहाने आई, और छोटी बच्ची को टाफी दिलाने के बहाने गांव के ही एक दुकान पर ले गई, फिर वापस नहीं लौटी। काफी देर होने पर घर वाले ढूढने लगे तो दुकानदार ने बताया कि एक आटो में तीन/चार लोग ब्रह्मबाबा मंदिर के पास बैठे थे, उसी आटो में छोटी बच्ची सपना को लेकर वह भी गई है। तब तक चार घंटे बीत चुके थे।ग्रामीणों की मदद से कर्मा थानाध्यक्ष को सूचना दी गई।सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष राजेश सिंह ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आधा दर्जन से अधिक पुलिस बल, व क्षेत्रीय एसआई रूपेश सिंह को बच्ची को ढूढने के लिए रवाना किया। बच्ची को लेकर भागने वाली युवती के फोन पर सम्पर्क करने पर वह रांग नंबर व अपने को दिल्ली, बांबे की रहने वाली बता रही है। सूत्रों की माने तो पुलिस ने सर्विलांस से उसका सही लोकेशन प्राप्त कर बच्ची को सकुशल लाने के लिए गंतव्य स्थल के लिए पुलिस बल रवाना हो चुकी है। छोटी साढ़े तीन वर्षीय मासूम के अपहरण के पीछे मौसेरी बहन का मकसद समझ से परे है। मौसेरी बहन की उम्र लगभग 19 वर्ष बताई जा रही है, बेटी के गायब होने के बाद से मां बाप को रोते रोते बूरा हाल हो गया है। ज्ञात हो कि शादी के 12 वर्ष बाद यह बेटी जन्मी है। बेटी के पैदा होने पर परिवार के लोगों में अपार हर्ष था। पर अचानक गायब होने से परिजनो के अलावा गांव के लोग भी दुखी हैं। क्षेत्र में ऐसी पहली घटना घटित होने से हड़कंप मचा हुआ है। कर्मा थानाध्यक्ष राजेश सिंह ने बताया कि उक्त महिला को हिरासत में ले लिया गया है। उक्त बच्ची को सकुशल बरामद करने में मेरी पुलिस सफलता हासिल कर चुकी है। जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। कर्मा थानाध्यक्ष ने कहा पुलिस की सक्रियता से मात्र 07 घंटे में ही बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया गया है।