उत्तर प्रदेश ,चौदह साल की उम्र तक 1.75 करोड़ बच्चों पर नजर रखेंगे गुरुजी, एजुकेशन डिपार्टमेंट तैयार कर रहा है खास सॉफ्टवेयर

उत्तर प्रदेश ,चौदह साल की उम्र तक 1.75 करोड़ बच्चों पर नजर रखेंगे गुरुजी, एजुकेशन डिपार्टमेंट तैयार कर रहा है खास सॉफ्टवेयर –

नोएडा/लखनऊ, उत्तर प्रदेश के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों पर अध्यापक और शिक्षा विभाग नजर रखेंगे। बच्चे क्या पढ़ रहे हैं? आशाजनक परिणाम मिल रहे हैं या नहीं? आने वाली कक्षाओं में उनका प्रदर्शन कैसा हो सकता है? पढ़ाई छोड़ने वाले बच्चों की सूचना जैसी सारी बातों पर ध्यान रखने के लिए एजुकेशन डिपार्टमेंट एक खास ट्रैकिंग सिस्टम विकसित कर रहा है। इसके लिए एक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है। जिसमें 14 साल की उम्र तक के छात्र-छात्राओं का डाटा फीड किया जाएगा। डाटा का एनालिसिस करके कंप्यूटर सॉफ्टवेयर प्रत्येक बच्चे के बारे में अध्यापकों को खास जानकारी वक्त-वक्त पर मुहैया करवाता रहेगा। कुल मिलाकर शिक्षा विभाग 1.75 करोड़ से ज्यादा बच्चों पर नजर रखेगा।

क्या है चाइल्ड ट्रैकिंग सिस्टम

चाइल्ड ट्रैकिंग सिस्टम (सीटीएस) एक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर है। जिसके जरिए परिषदीय स्कूलों मे बच्चों पर नजर रखी जाएगी। इस सिस्टम को जल्द ही स्कूलों मे शुरू किया जाएगा। सीटीएस के द्वारा बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। इससे बच्चों की दूसरी क्लास तक की प्रगति पर नजर रखी जाएगी। साथ ही इसकी मदद से बीच में पढ़ाई छोड़ने वाले बच्चों का पता चलेगा। सर्व शिक्षा अभियान को मद्देनजर रखते हुए 6 से 14 वर्ष के छात्रों के लिए सीटीएस लागू होगा। नए सत्र अप्रैल के माह मे बेसिक शिक्षा विभाग सीटीएस को लागू कर सकता है।

कैसे काम करेगा सीटीएस

सॉफ्टवेयर के द्वारा एक ऐप तैयार किया जाएगा। जिसमें छात्रों को अलग-अलग आईडी दी जाएंगी। जिससे छात्रों पर और उनकी गतिविधियों पर ध्यान रखा जाएगा और उन्हें पढ़ाई में मदद मिलेगी। सीटीएस लागू होने से फर्जी नामांकनों पर भी रोक लगेगी। इस एप में बच्चों की हाजिरी, परीक्षा परिणाम और अनुशासन से जुड़ा डाटा नियमित रूप से फीड किया जाएगा।

यू-डायस के जरिए ऑनलाइन होगा ब्यूरो

सीटीएस के तहत यू-डायस छात्रों का डेटा भी ऑनलाइन होगा। फिलहाल गौतमबुद्ध नगर में लगभग 1 लाख 5 हजार बच्चे स्कूलों में पंजीकृत हैं। यू-डायस ब्यूरो को छात्रों के आधार कार्ड से लिंक किया जाएगा। छात्रों का डेटा भी ऑनलाइन होगा। जिससे छात्रों को होने वाली परेशानियां भी कम होंगी। छात्रों की गतिविधियां रिकॉर्ड रखने की शुरुआत बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा की जा रही है।

पूरे राज्य में 175.8 लाख छात्र जुड़ेंगे

शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2020-21 में 166.3 लाख छात्रों और 2019-20 में 160.1 लाख छात्रों की तुलना में, 2021-22 सत्र के लिए लगभग 175.8 लाख छात्रों ने यूपी भर के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में प्रवेश लिया है। नए छात्रों के लिए राज्य सरकार ने यूपी में बुनियादी शिक्षा विभाग के लिए बजटीय आवंटन में भी वृद्धि की है। चाइल्ड ट्रैकिंग सिस्टम (सीटीएस) में यह सारे बच्चे शामिल रहेंगे।

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