कानपुर के श्याम नगर में सोमवार देर रात सॉफ्टवेयर इंजीनियर के बंद मकान में डकैतों ने धावा बोल दिया। अमेरिका में बैठे इंजीनियर ने CCTV कैमरों के जरिए लुटेरों को देखा और पड़ोसियों व पुलिस को खबर दी। पुलिस के पहुंचने पर बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक लुटेरे को गोली मारकर दबोच लिया गया। दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग हुई और 3 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चला। अन्य बदमाश भाग निकले। पुलिस बाहर से सरेंडर करने की अपील करती रह गई।
पुलिस ने इसी बदमाश के पैर में गोली मारकर दबोचा।
इंजीनियर ने डकैतों से कहा- भाग जाओ CCTV में कैद हो रहे हो
श्याम नगर डी ब्लॉक निवासी सॉफ्टवेयर इंजीनियर विजय अवस्थी और आशुतोष अवस्थी एचसीएल कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। पिता स्व. हरिओम के निधन के बाद दोनों भाई अमेरिका के न्यू जर्सी में रहते हैं। इंजीनियरों ने अमेरिका से घर की निगरानी करने के लिए हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगवा रखे हैं। सोमवार रात 12 चार से 6 बदमाश घर में दाखिल हुए। विजय ने कैमरे से डकैतों को घर में घुसते और ताला तोड़ते देखा तो माइक से हिदायत दी कि तुम लोग सीसीटीवी में कैद हो गए हो।
भाग जाओ नहीं तो पुलिस बुला देंगे। इसके बाद भी डकैत नहीं माने और सीसीटीवी कैमरे तोड़ डाले और मकान के भीतर घुस गए। विजय ने इसकी सूचना पड़ोसी और चकेरी थाना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही चकेरी पुलिस मौके पर पहुंची और घेराबंदी करके डकैतों को पकड़ने का प्रयास किया तो ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने करीब डेढ़ घंटे बाद मुठभेड़ में गोली मारकर एक बदमाश को दबोच लिया। अन्य छत के रास्ते से भाग निकले। देर रात 12 से 3 बजे तक मुठभेड़ चली तब जाकर पुलिस भीतर घुस सकी।
डकैती की सूचना के बाद मौके पर मौजूद पुलिस फोर्स
पुलिस सरेंडर करने को अनाउंस करती रही, डकैत भाग निकले
घटना की जानकारी पर पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा, डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार समेत आधा दर्जन थानों की फोर्स पहुंचा। मकान की हर तरफ से घेराबंदी की। छत से भागने की कोशिश कर रहे बदमाश को पुलिस ने गोली मारकर दबोच लिया। इसके बाद करीब देर रात तीन बजे तक पुलिस बदमाशों से सरेंडर करने की अपील करती रही। कड़ी मशक्कत के तीन घंटे बाद मकान के भीतर घुसी तो सन्नाटा मिला। तब पता चला कि बदमाश छत से भाग निकले है।
ताबड़तोड़ गोलियों की आवाज और नाकेबंदी से इलाके में दहशत
मामले की जानकारी मिलते ही चकेरी थाना समेत करीब 8 थानों का फोर्स और पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा के साथ डीसीपी ईस्ट, एसीपी समेत अन्य अफसर पहुंचे। ताबड़तोड़ गोलियों की आवाज और पूरे इलाके में नाकेबंदी से इलाके के लोग दहशत में आ गए। देर रात 3 बजे ऑपरेशन खत्म हुआ तो लोगों के जान में जान आई।
छत से भाग रहे बदमाश को पुलिस ने गोली मारकर दबोचा।
पुलिस गश्त की पोल खुली, थानेदार नहीं दे सके जवाब
मौजूदा समय में आचार संहिता लगी होने के साथ ही लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने के लिए सड़क पर पुलिस फोर्स है। इसके बाद भी रात दस बजे घनी आबादी वाले इलाके में छह डकैतों ने एक बंद मकान में डाका डाल दिया। इलाके के लोगों ने बताया कि ठंड के चलते पुलिस की गश्त इलाके में पूरी तरह से बंद है। इस बात का चकेरी थाना प्रभारी मधुर मिश्रा भी जवाब नहीं दे सके।
मुखबिरी पर वारदात का शक
पुलिस की जांच में सामने आया कि मकान में किरायेदार भी रहते हैं और एक केयर टेकर भी रहता है। कुछ समय पहले किरायेदार परिवार समेत गांव चले गए थे। इत्तेफाक ये है कि सोमवार रात केयर टेकर भी नहीं आया। इसी दौरान बदमाशों ने धावा बोल दिया। ऐसे में सवाल है कि क्या बदमाशों को पता था कि आज यहां कोई नहीं है। ऐसा तो नहीं कि इसमें कोई परिचित शख्स ने मुखिबिरी की हो। इन सभी बिंदुओं पर पुलिस तफ्तीश कर रही है।
घायल बदमाश को मौके पर लेने पहुंची एंबुलेंस।
बर्रा निवासी बहनों के पास थी चाबी
विजय की बहनें पूनम व प्रीति बर्रा में रहती हैं। मकान की चाबी उन दोनों के पास रहती है। पुलिस ने संपर्क कर तत्काल उनको बुलाया। तब पुलिस लॉक खोलकर मकान में दाखिल होने का प्रयास शुरू किया