-अनिल बेदाग़-
मुंबई : विकास और सार्थक। यह दोनों नाम अपने आप में काफी महत्वपूर्ण हैं। विकास का मतलब है लगातार आगे बढ़ते रहना और सार्थक के मायने किसी काम को सही तरह से अंजाम देना है। विकास कपूर एक विख्यात लेखक और निर्माता हैं जबकि उनके बेटे सार्थक कपूर प्रोडक्शन, क्रिएटिविटी और एडिटिंग में अपनी दक्षता दिखाते हुए अब अभिनेता के तौर पर हुनर का प्रदर्शन कर अपने नाम को सार्थक साबित कर रहे हैं।
तिरुपति फिल्म्स के बैनर तले बन रहे दैनिक धारावाहिक,’अनंतकोटि ब्रह्मांड नायक साईबाबा’ में पिता-पुत्र का वजूद दर्शकों को दिखाई दे रहा है। प्रत्येक सोमवार से शुक्रवार रात 8.30 बजे ‘डी डी किसान’ चैनल पर प्रसारित इस धारावाहिक में पहली बार लोगों को साईबाबा का जीवन चरित्र, शिक्षा व उनके जीवन के उद्देश्य को उनके बचपन, युवा व वृद्धा अवस्था के जरिये दिखाया जा रहा है। इसमें साईबाबा के युवावस्था का रोल सार्थक कपूर कर रहे है। वह कहते हैं कि मेरे पापा विकास कपूर इस धारवाहिक के निर्माता एवम् लेखक है। जिन्होंने अब-तक लगभग 6000 घंटों के कार्यक्रम अपनी कलम से लिखे हैं। उनकी फिल्म `शिर्डी साईबाबा’ को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। बकौल सार्थक इस शो के माध्यम से सभी तक बाबा के पूरे जीवन की कहानी पहुंचेगी। किस तरह गाँव-देहात का एक अनजान-सा बालक, अनंतकोटि ब्रह्मांड नायक साईबाबा बन गया। लोग राम व कृष्ण के पैदा होने से लेकर भगवान व अवतार बनने की कहानी तो जानते है, लेकिन साईबाबा के बचपन और युवावस्था की कहानी नहीं जानते। साईबाबा के बचपन का संघर्ष, साधना, तपस्या आदि को विस्तार से इस शो में दिखाया गयाहै। सार्थक कहते है कि यह शो बाबा बालक नाथ की जर्नी है जब उनकी उम्र 13-14 साल रही होगी। यह मेरे लिए काफी चैलेंजिंग था, मुझे इसके लिए काफी मेहनत भी करनी पड़ी। मैं साईबाबा को हमेशा संकट की घडी में याद करता हूँ और वे ही हमेशा मेरी मदद करते है। शिव और साईं मेरे दो दोस्त हैं, जिनके आगे मैं अपनी हर बात रखता हूँ और वे मुझे मुसीबतों से बाहर निकालते हैं।
इस धारावाहिक में साईं का चरित्र निभाना, मैं उन्हीं की कृपा मानता हूँ। मुझे सबसे अधिक मेहनत बोलने के तरीके पर करनी पड़ी, क्योकि जो हमलोग बोलते हैं या जो हमारे बोलने का तरीका है व संतों और फ़क़ीरों से काफी अलग है। मुझे लगता है कि साईबाबा के जीवन के उद्देश्य, उनके ज्ञान, जन समस्याओं के समाधान का तरीका, लोगों तक पहुँचाने में हमलोग जरूर कामयाब होंगे।”
साईबाबा के युवा अवस्था की भूमिका निभाने वाले युवा व टैलेंटेड प्रतिभाशाली अभिनेता सार्थक कपूर क्रिकेट पर बन रही फिल्म “चल जीत ले ये जहाँ” के नायक भी हैं। सार्थक कहते है ,” यह फ़िल्म हैंडीकैप क्रिकेट टीम पर बेस्ड है जिसमें मैं कोच तो नहीं, लेकिन उनकी मदद करने वाले का लीड कैरेक्टर निभा रहा हूँ। हम लोग किस तरह एक वर्ल्ड कप टीम तैयार करते हैं। इसमें दिखाया गया है।