नाविकों ने कहा फरिश्ता बनकर आये है हमारे लिए
पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी । लॉकडाउन में लोगों के मसीहा बने फ़िल्म अभिनेता सोनू सूद ने काशी के नाविकों से किया अपना वादा पूरा किया। अपने वादे को छह घण्टे के अंदर सोनू ने पूरा करते हुए नाविकों के घर राशन से भरी बोरियां पहुँचवाई। काशी में नाविकों की समस्या को देखते हुए सामाजिक कार्यकर्ता दिव्यांशु उपाध्याय ने सोनू सूद को काशी के इन नाविकों के बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी दी थी।
लिखा था कि गंगा में बाढ़ आने के कारण और मुश्किलें इनकी बढ़ गई है! काशी में 15 से 20 दिन तक इनके बच्चों को भूखे पेट न सोना पडे। दिव्यांशु के पोस्ट का संज्ञान लेते हुए अभिनेता सोनू सूद ने घंटे भर में जवाब दिया कि अब नाविकों के परिवार की जिम्मेदारी उनकी है। उन्होंने पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा कि – ‘वाराणसी घाटों के यह 350 परिवारों का कोई भी सदस्य आज के बाद भूखा नहीं सोएगा। आज मदद पहुंच जाएगी।’
जिसके उन्होंने नाविकों के लिए राशन भेजवाया। सामाजिक संस्था होप के सदस्यों ने शिवाला इलाके में घर घर जाकर सोनू सूद की ओर से भेजी गई राशन सामग्री बांटी। करीब 80 परिवारों के घर तक मंगलवार को 20 किलो का खाद्यान्न पैकेट पहुंचाया गया। इसमें पांच-पांच किलो आटा व चावल, एक-एक किलो चना, दाल, नमक व तेल के अलावा मसाला सहित नौ आइटम हैं। दिव्यांशु ने बताया कि अगले दो-तीन दिनों में सभी परिवारों तक राशन पहुंचाया जाएगा।
बोले थैंकयु सोनू भइया
राशन पाने के बाद लोगों के चेहरे खुशी से खिल उठे। नाविक प्रमोद माझी ने बताया कि कोरोना काल और फिर बाढ़ के चलते काशी के नाविकों पर दोहरी मार पड़ी है। सोनू भाई की इस वक्त की मदद सरकार और भगवान से भी बढ़कर है। क्योंकि नाविकों की स्थिति इस वक्त काफी बदतर हो गई है। सोनू सूद की ओर से मदद की मुहिम में अहम भूमिका उन समाजसेवी युवाओं ने भी अदा की है, जिन्होंने सोनू सूद से ट्वीट करके मदद की गुहार लगाई थी।नाविक परिवार की डॉली ने बताया कि कोरोना काल के बाद बाढ़ की समस्या के चलते उनके नाविक परिवार को काफी परेशानियों का सामना करना पड़। खाने से लेकर कई अन्य चीजों की भी दिक्कत हैं, लेकिन सोनू भइया सही मायने में हीरो बनकर जिंदगी में आए हैं। थैंक यू सोनू सूद भइया।