पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी। कोरोना महामारी से पूरा विश्व लड़ रहा है। कोरोना काल में इस वर्ष पड़े भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस पर एक बार फिर बनारस से नारी शक्ति का सन्देश दिया गया। वाराणसी मंडल के सबसे बड़े कार्यालय कमिश्नरी पर पंडित दीन दयाल राजकीय जिला चिकित्सालय के एल-2 कोविड चिकित्सालय की संविदा नर्स अनुराधा राय ने ध्वजारोहण किया। ध्वजरोहण करते ही पूरा परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज गया और पूरे देश और दुनिया में नारी शक्ति का पैगाम पहुंचा।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने इस सम्बन्ध में बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना से डॉक्टर्स, नर्स सब पहले दिन से जंग लड़ रहे हैं। ये फ्रंट लाइन के कोरोना वारियर्स हैं। हमने इस स्वतंत्रता दिवस पर इन्हे सम्मान देने की सोची थी लेकिन इकट्ठे इतने योद्धाओं को सम्मान देना मुमकिन नहीं था। ऐसे में हमने वाराणसी के कोविड एल-2 हॉस्पिटल में नर्स अनुराधा राय को इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर मुख्य अथिति बनाया और उनके द्वारा झंडारोहण किया गया।
कमिश्नर ने बताया कि हमारी सोच है कि ऐसे वर्ग के लोगों को सम्मानित किया जाए जो अपना काम पूरी मेहनत और लगन से करते हैं पर उन्हें वह सम्मान नहीं मिल पाता। इसके पहले भी 73वें स्वतंत्रता दिवस और इस वर्ष के गणतंत्र दिवस पर भी समाज के निचले तबके के लोगों ने कमिश्नरी कार्यालय पर झंडारोहण किया था।
झंडारोहण कर नर्स अनुराधा राय की आँखों में आंसू छलक पड़े। झंडारोहण कर राष्ट्रगान के बाद जब उनसे सवाल पूछा गया कि आप को इस समय कैसा लग रहा है तो आंखों में तैर आये ख़ुशी के आंसू छुपाते हुए अनुराधा ने कहा कि शब्दों में बयान नहीं कर सकती आज जो सम्मान मुझे मिला है। शायद यह एक सपना पूरे होने जैसा।
अनुराधा ने जिला प्रशासन का धन्यवाद दिया और खासकर कमिश्नर दीपक अग्रवाल और जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को धन्यवाद दिया। अनुराधा ने कहा कि जब से कोविड शुरू हुआ है अधिकारी हमें हमेशा इनकरेज कर रहे हैं। इस सम्मान के बाद अब हम सभी दुगने जोश से इस बिमारी के सफाये तक कार्य करेंगे।
इसके पहले अनुराधा को उनके आवास से सासम्मान फ्लीट के साथ कमिश्नर दीपक अग्रवाल की गाड़ी लेने पहुंची थी।