सोनभद्रऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार आचार्य श्रीकांत शास्त्री जी ने कहा है कि देश मे कोरोना महामारी की वजह से मीडिया जगत गंभीर आर्थिक संकट झेल रहा है, फिर भी देश के समस्त अखबार, मीडिया चैनल व पत्रकार दिन रात अपनी जिम्मेदारियां निभाने में लगे है। यहां तक की देश के कई पत्रकारों की जान भी जा चुकी है, और वर्तमान में काफी संख्या में इस महामारी से ग्रसित व इलाज के अभाव में बीमार हैं, और कुछ पत्रकार साथी अस्पतालों में भर्ती हैं इसके बावजूद सरकार अभी तक पत्रकारों को वारियर्स नहीं माना। हम सरकार से लगातार मीडियाकर्मियों को भी कोरोना वारियर्स मानने व उन्हें बीमा कवर देने की मांग कर रहे है। लेकिन खेद है कि अभी तक इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया बल्कि उल्टा अखबारों एवं पत्रकारों के विरुद्ध सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के अधीन ज्ञापन ब्यूरो ऑफ आउटरीच कम्युनिकेशन (डीएवीपी) द्वारा जबरदस्ती नई ज्ञापन नीति 2020 लागू कर दिया गया जो बहुत ही दुःखद है। जबकि देश के प्रधानमंत्री महोदय एवं देश के समस्त प्रदेश सरकारे भी इस महामारी के दौर में मीडिया की प्रशंसा तो कर रहे है, लेकिन पत्रकारों को वारियर्स की घोषणा नहीं कर रहे हैं, यहां तक कि पिछले दिनों, लॉकडाउन के दौरान देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत कहे थे कि देश के पत्रकार ही सही कोरोना वारियर्स है। एसोसिएशन परिवार उनका आभारी है। हमारे पत्रकार साथी इस महामारी में रिपोर्टिंग के साथ, राष्ट्र सेवा के कार्यो में भी सरकार के साथ लगे है। इसके बाद भी पत्रकारों को अभी तक कोरोना वारियर्स की श्रेणी में ना रखा जाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन देश के समस्त पत्रकारों को कोरोना वारियर्स मानती है और एसोसिएशन द्वारा पत्रकारों को कोरोना योद्धा मानपत्र देकर सम्मानित किया गया है। सरकार से मेरी मांग है की पत्रकारों की गंभीर समस्या को दृष्टिगत रखते हुए अन्य कोरोना वारियर्स की तरह पत्रकारों को भी वारियर्स की श्रेणी में रखा जाए।