पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी/कोरोना और लॉकडाउन की वजह से बड़ी संख्या में जरुरतमंदों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने वाले फिल्म अभिनेता सोनू सूद एक बार फिर संकट मोचक के रूप में उभर कर सामने आए। उन्होंने अब दूसरे देश में फंसे भारतीय छात्रों की मदद के लिए अपने हाथ बढ़ाये हैं।
प्रवासी मजदूरों की मदद से शुरू हुआ फिल्म अभिनेता सोनू सूद का अभियान संकट मोचक में फंसे भारतीय छात्रों को सकुशल वतन वापसी कराने तक आ पहुंचा है। सोनू ने किर्गिस्तान में फंसे 135 भारतीय छात्रों को सकुशल प्राइवेट चार्टर प्लेन से वाराणसी पहुंचाया। वहीं अपने वतन वापसी और घर लौटने पर छात्रों की खुशी का ठिकाना नहीं था और सभी सोनू सूद की तस्वीर को हांथ में लेकर उनका धन्यवाद कर रहे थे।
भारतीय समय के अनुसार गुरुवार रात करीब पौने 10 बजे किर्गिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई करने वाले 135 भारतीय छात्रों को लेकर एक प्राइवेट चार्टर प्लेन लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। इसके बाद कोरोनकाल की सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद छात्र जब एयरपोर्ट के बाहर निकले तो उनके चेहरे की मुस्कान देखने लायक थी।
बता दें कि छात्रों ने भारतीय दूतावास से कई बार संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन कोई रिप्लाई नहीं मिला। फिर सोनू सूद को ट्वीट किया और 3 महीने फंसे होने के बाद 5 दिनों के अंदर भारत लौट आए।