उत्तर प्रदेश की राज्यपाल ने बच्चों में संस्कार व अनुशासन के साथ ही उनके शिक्षा एवं स्वास्थ्य को जड़ से ही मजबूत किए जाने पर दिया जोर।

पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट

*इसके लिए प्राथमिक स्तर पर ही आगनवाड़ी केंद्रों को आधार बनाया जाए

*आंगनवाड़ी केंद्रों की आंतरिक एवं बाहरी दीवारों पर ज्ञानवर्धक पेंटिंग कराया जाए

*जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद ले-आनंदीबेन पटेल*

*जिले के आंगनवाड़ी केंद्रों को मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा – डॉक्टर नीलकंठ तिवारी*

*राज्यपाल के आह्वान पर स्टांप मंत्री रविंद्र जायसवाल ने अपने स्वर्गीय माता पिता के जन्म दिवस तिथि पर अपने विधानसभा क्षेत्र के सभी 30 वादों के आंगनवाड़ी केंद्रों के कुपोषित बच्चों को खाद्यान्न एवं फल उपलब्ध कराएंगे*

*जिलाधिकारी के लखनऊ कार्यकाल के दौरान उनके द्वारा शुरू कराए गए “पढ़े लखनऊ” कार्यक्रम की राज्यपाल ने की सराहना

वाराणसी।उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बच्चों में संस्कार व अनुशासन के साथ ही उनके शिक्षा एवं स्वास्थ्य को जड़ से ही मजबूत किए जाने पर विशेष जोर देते हुए इसके लिए प्राथमिक स्तर पर ही आगनवाड़ी केंद्रों को आधार बनाए जाने का निर्देश दिया। आंगनबाड़ी केंद्रों आंतरिक एवं बाहरी दीवारों पर शिक्षाप्रद चित्र बनवाए जाने को कहा। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि केंद्रों की दीवारों पर हिंदी एवं अंग्रेजी दोनों भाषाओं में फल, फूल, सब्जियों, जीव-जंतुओं, मानव शरीर का आंतरिक एवं बाह्य चित्र के साथ-साथ गिनती, पहाड़ा एवं ए से जेड तक की स्पेलिंग आदि को पेंटिंग कराए जाने का निर्देश दिया। ताकि आंगनवाड़ी केंद्रों पर आने वाले छोटे बच्चे इन्हें पहचान कर अपना ज्ञानवर्धन कर सकें।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल गुरुवार को कमिश्नरी स्थित एनआईसी सभागार में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ आंगनवाड़ी केंद्रों के संबंध में विस्तार से संवाद किया। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों पर आने वाले बच्चों में पारिवारिक संस्कार पैदा करने के उद्देश्य से वहाँ की दीवारों पर पापा-मम्मी, दादा-दादी, मामा-मामी, नाना-नानी सहित अन्य प्रमुख पारिवारिक सदस्यों की जानकारी के बाबत चित्र एवं संबंधों को पेंटिंग कराए जाने पर भी विशेष जोर दिया। इसके अलावा उन्होंने बच्चों में आदर्श आचरण संस्कार बोध के लिए भी चित्र व संदेश दीवारों पर पेंटिंग कराए जाने का निर्देश दिया। साथ ही 15 अगस्त एवं 26 जनवरी 2 अक्टूबर जैसे राष्ट्रीय पर्व के संबंध में भी बच्चों को जागरूक किए जाने के उद्देश्य से चित्र एवं पेंटिंग कराए जाने पर जोर दिया। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों को प्रभावी बनाए जाने हेतु किट तैयार किए जाने का निर्देश देते हुए इसमें जनसहभागिता सुनिश्चित कराए जाने पर जोर दिया। आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए सिलेबस बनाए जाने का निर्देश देते हुए उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत शत-प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति केंद्रों पर कराए जाने को कहा। उन्होंने बच्चों का माह में एक बार भ्रमण कार्यक्रम सुनिश्चित कराए जाने पर जोर देते हुए कहा कि गांव के मंदिर एवं खेतों, तालाबों, पंचायत भवनों के अलावा सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष तौर पर भ्रमण कराए जाने को कहा। उन्होंने एक वर्ष में 40 से 50 दिन इस प्रकार के क्रियाकलापों के लिए चयनित किए जाने को कहा। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पार्षदों को जहां अपने-अपने वार्ड के आंगनवाड़ी केंद्रों पर जाकर वहां के गतिविधि को देखे जाने को कहा वही जनसामान्य से भी अपील करते हुए कहा कि वे अपने घरों के कम से कम एक सदस्य का जन्म दिवस सेलिब्रेशन अपने क्षेत्र के आंगनवाड़ी केंद्रों पर जाकर करें और इस अवसर पर छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ने योग्य ज्ञानवर्धक किताबें उन केंद्रों पर भेंट करें। उन्होंने काशी के आंगनवाड़ी केंद्रों को जनप्रतिनिधियों एवं कार्यकर्ताओं से गोद लेने की भी अपील की। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जिन आंगनवाड़ी केंद्रों को जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता गोद ले वह यह सुनिश्चित करें कि उन केंद्रों पर कोई भी बच्चा कुपोषित न रहने पाए और यदि कोई बच्चा रेड जोन में है तो उसे पौष्टिक खाद्य पदार्थ मुहैया कराकर जल्द से जल्द सामान्य स्थिति में लाए जाने का प्रयास किया जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों का अपग्रेडेशन हुआ है। रेड जोन में आये बच्चों का एनआरसी एवं जिला अस्पताल में इलाज तो मिलता है लेकिन उनको घरों पर आने के बाद जरूरत के अनुसार व्यवस्थाएं नहीं मिल पाती। ऐसी स्थिति में उन्होंने चाइल्ड स्पेशलिस्ट चिकित्सकों से सलाह कर बच्चों की जरूरत के अनुरूप पौष्टिक पदार्थ उपलब्ध कराए जाने पर जोर देते हुए कहा कि शुगर, मिल्क पाउडर एवं बादाम के पाउडर का मिश्रण तैयार कर भी उपलब्ध कराया जा सकता है। उन्होंने कोविड-19 अनलॉक के पश्चात स्थिति सामान्य होने पर आंगनबाड़ी केंद्रों पर उस क्षेत्र के सभी बच्चों का दाखिला सुनिश्चित कराए जाने हेतु प्रत्येक वर्ष जून महीने में तीन दिवसीय प्रवेश उत्सव जाने मनाये का भी निर्देश दिया।
इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बच्चों का संपूर्ण विकास एक संपूर्ण बेटी ही कर सकती है। गर्भवती माताओं को आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण दिए जाने के साथ ही आयरन एवं विटामिन आदि की दी जाने वाली दवाओं की गोली का शत- प्रतिशत सेवन किया जाना सुनिश्चित कराए जाने के साथ गर्भवती महिलाओं का ब्लड जांच कराए जाने का भी निर्देश दिया। उन्होंने विशेष रूप ल से जोर देते हुए कहा कि यदि हीमोग्लोबिन यदि 13 प्रतिशत से कम मिले तो ऐसी माताओं का समुचित उपचार भी सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने जनप्रतिनिधियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने क्षेत्र के कम से कम पांच आंगनवाड़ी केंद्रों को मॉडल के रूप में विकसित करें। यह एक सामाजिक दायित्व है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के लखनऊ कार्यकाल के दौरान उनके द्वारा शुरू किए गए “पढ़े लखनऊ” कार्यक्रम की सराहना करते हुए वाराणसी में भी इस प्रकार का कार्यक्रम कराए जाने पर जोर दिया। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में उनके द्वारा कार्यक्रम शुरू कराया भी गया है, किंतु कोविड-19 महामारी के लॉक डाउन के कारण प्रभावित हुआ है। स्थिति सामान्य होने पर इसे प्रभावी रूप से सुनिश्चित कराया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का स्वागत करते हुए कहां कि गत दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र काशी के विकास कार्यों के प्रगति की समीक्षा के दौरान बच्चों का कैसे विकास हो इस संबंध में विशेष जोर देते हुए आवश्यक मार्ग निर्देश राज्यपाल महोदय से प्राप्त करने के लिये निर्देश दिया था। आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी से स्थिति सामान्य होने पर आंगनवाड़ी केंद्रों को मॉडल बनाया जाएगा। उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल ने राज्यपाल के आह्वान पर अपने स्वर्गीय माता-पिता का पहले से मनाए जा रहे जन्मदिवस के अवसर अपने विधानसभा क्षेत्र के 30 वार्डों के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के कुपोषित बच्चों को उपहार स्वरूप अनाज व फल आदि उपलब्ध कराएंगे।
इस अवसर पर सह प्रभारी सुनील ओझा, एमएलसी डॉ लक्ष्मण आचार्य, एमएलसी अशोक धवन, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, विधायक नीलरतन नीलू, जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर, नगर प्रमुख मृदुला जायसवाल, भाजपा संगठन मंत्री रत्नाकर, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय के अलावा कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, नगर आयुक्त गौरांग राठी सहित अन्य लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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