सोनभद्र।जनपद सोनभद्र में प्रशासन में उस समय हड़कंप मच गया जब आज जिले में कोरोना के दो पॉजिटिव रिपोर्ट आई।
दरअसल इससे पूर्व भी जनपद में 3 कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आ चुके हैं लेकिन वह स्पेशल ट्रेन से बाहर से आये अन्य जनपदों के पॉजिटिव मरीज थे जिनको इलाज के लिए मंडलीय कोरोना अस्पताल मिर्जापुर में शिफ्ट कर दिया गया था लेकिन आज सोनभद्र के राबर्ट्सगंज कोतवाली इलाके के लोहरा गांव के चंदन 28 वर्ष और उसका बेटा अंश 8 वर्ष कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने से गांव में दहशत का माहौल बन गया दरअसल चंदन पहले मुंबई काम करने के लिए गया था और 15 मई को वापस लौटा था जिसका गांव मधुपुर मैं है लेकिन गांव वालों ने चंदन को गांव में रहने नहीं दिया जिससे वह मजबूर होकर अपने बेटे के साथ लोहरा अपनी ससुराल पहुंचा ससुराल पहुंचने पर पहले तो लोगों ने वहां भी विरोध किया लेकिन ससुराल के लोगों ने घर पर रखा इसके बाद प्रशासन को सूचना दिया प्रशासन के द्वारा चंदन और उसके बेटे अंश को जिला अस्पताल में बने कोरेंटिन वार्ड में कोरेंटिन किया गया आज जांच जाँच रिपोर्ट दोनों की पॉजिटिव आई जिसके बाद गांव को हॉटस्पॉट एरिया घोषित करते हुए बैरिकेडिंग कर दिया गया लेकिन लापरवाही का आलम यह दिखा कि गांव चार जगहों से वेरीकेट किया गया है लेकिन दिन के 10 बजे तक उस पर पुलिस प्रशासन का कोई भी व्यक्ति नहीं दिखा राजस्व विभाग का एक कर्मचारी एक बैरिकेडिंग पर पाया गया इतना ही नहीं गांव के लोग बड़े आसानी से बैरिकेडिंग को पार करके आते जाते भी दिखे।
हालांकि इस मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एसके उपाध्याय ने बताया कि चंदन मौर्य नाम का युवक मुंबई से 15 मई को वापस आया था जिसकी सूचना मिलने के बाद उसको और उसके संपर्क में आये उसके बेटे अंश को कोरेंटिन किया गया था और जांच के लिए सैंपल भेजा गया था रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद दोनों को मिर्जापुर मंडली अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है।
काम की तलाश में मुंबई गए व्यक्ति के वापस आने पर जांच में कोरोना पॉजिटिव पाया गया पिता पुत्र दोनों को इलाज के लिए मंडलीय अस्पताल मिर्जापुर में किया गया सिफ्ट।
मुंबई से वापस आने के पश्चात चंदन मौर्य अपने गांव मधुपुर पहुंचा लेकिन गांव वालों ने उसे गांव में रहने पर विरोध किया जिसके बाद वह अपने बेटे के साथ ससुराल चला गया ससुराल में भी लोगों ने विरोध जताया लेकिन परिजनों द्वारा रखे जाने पर विरोध समाप्त हुआ हालांकि इसकी सूचना प्रशासन को दी गई और प्रशासन ने चंदन और उसके पुत्र अंश को जिला अस्पताल में बने कोरेंटिन सेंटर में कोरेंटिन किया और सैंपल जांच के लिए भेजा जिसमें दोनों का जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया।
इस पूरे मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एसके उपाध्याय ने बताया कि एक युवक चंदन मौर्य जोकि मुंबई काम करने गया था और 15 मई को वापस अपने गांव लौटा और उसके संपर्क में उसका बेटा भी आया जानकारी मिलने पर दोनों को कोरेंटिन किया गया था और इनका जांच सैंपल भेजा गया था आज दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है जिसको देखते हुए दोनों को मंडलीय अस्पताल मिर्जापुर में शिफ्ट कर दिया गया है।