प्रत्येक जनपद में संक्रामक रोग के लिए एक प्रयोगशाला स्थापित की जाए: योगी आदित्याथ

• मुख्यमंत्री ने कहा – यूपी आने वाली ट्रेनों का खर्चा प्रदेश सरकार वहन कर रही है और प्रवासी कामगारों और श्रमिकों को कोई भुगतान नहीं करना पड़ रहा है*

• कुल मिलाकर 914 ट्रेनों में लगभग 11 लाख 80 हज़ार प्रवासी श्रमिक और कामगार आ रहे हैं।

• *हाईवे और एक्सप्रेस वे के साथ बाकी जगहों पर फुट पेट्रोलिंग और हाईवे पर हाईवे पेट्रोलिंग की जाए।

• *मुख्यमंत्री ने एक बार फिर अपील करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति पैदल ना चले, पूरे देश में कहीं से भी यूपी के नागरिक को निशुल्क प्रदेश वापस लाया जाएगा*

• *मुख्यमंत्री का सख्त निर्देश, एक भी व्यक्ति खाद्यान्न के पैकेट के बिना ना जाए घर।

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है की प्रत्येक जनपद में संक्रामक रोग के लिए एक प्रयोगशाला स्थापित की जाए। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्ययोजना बनाई जाए। उन्होंने आदेश दिया है कि यदि नॉर्थ ईस्ट, असम, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, और तेलंगाना या अन्य किसी राज्य से भी ट्रेन भेजने की मांग आती है तो उसकी भी पूर्ति की जाए।

उक्त जानकारी मंगलवार को यहां लोकभवन में कोरोना वायरस के संबंध में किए गए प्रेस कांफ्रेंस में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान निर्देश दिया है की यूपीएसआरटीसी की बसों का प्रवासी कामगार और श्रमिकों को बाहर प्रदेशों से लाने में शतप्रतिशत उपयोग किया जाए। उन्होंने बताया कि यूपीएसआरटीसी देश में बसों का सबसे बड़ा बेड़ा है। इसके साथ ही उन्होंने निजी बसों का भी उपयोग कर प्रवासी श्रमिक और कामगारों को लाने का निर्देश भी दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो भी ट्रेनें लाई जा रही हैं, उनका खर्चा प्रदेश सरकार वहन कर रही है और प्रवासी कामगारों और श्रमिकों को कोई भुगतान नहीं करना पड़ रहा है। अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि अबतक लगभग 656 ट्रेनों में 8 लाख 52 हज़ार हमारे प्रवासी कामगार और श्रमिक प्रदेश आ चुके हैं। इसके अलावा आज ही लगभग 81 ट्रेनें और आएंगी यानि कुल मिलाकर 914 ट्रेनें या प्रदेश में आ चुकी है और या आने वाली हैं। इतनी ट्रेनों को स्वीकृति दी जा चुकी है। इन 914 ट्रेनों में लगभग 11 लाख 80 हज़ार प्रवासी श्रमिक और कामगार आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री जी ने निर्देश देते हुए कहा कि ट्रेन संचालन के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अवश्य किया जाए। पर्याप्त मात्रा में पानी और भोजन की व्यवस्था भी की जाए। अपर मुख्य सचिव, गृह ने कहा कि होम क्वारंटाइन में भेजने के समय राशन का पैकेट दिया ही जा रहा है। यह एक ऐसी व्यवस्था है जो पूरे देश में नायाब है। एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है जिसको प्रदेश सरकार निभा रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी का सख्त निर्देश है कि एक भी व्यक्ति खाद्यान्न के पैकेट के बिना घर ना जाए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन 4 की शुरुआत हो चुकी है और हमारी पूरी कोशिश है कि जहां एक और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाया जा सके, वहीं दूसरी ओर संक्रमण फैलने से भी रोका जाए। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर अपील करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति पैदल ना चले और पूरे देश में जहां भी उत्तर देश का नागरिक होगा उसे निशुल्क प्रदेश वापस लाया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि हाईवे और एक्सप्रेस वे के साथ बाकी जगहों पर फुट पेट्रोलिंग की जाए, हाईवे पर हाईवे पेट्रोलिंग की जाए। उन्होंने निर्देश दिया है कि गाइडलाइंस के अनुसार टेस्टिंग लैब संचालित हो और किसी भी टेस्टिंग लैब में कोई गड़बड़ी पाए जाने पर जांच की जाए। मंडियों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए। अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि अबतक 225 लाख क्विंटल गेंहू का क्रय हो चुका है। उन्होंने कहा कि नए निर्देश के अनुसार हॉटस्पॉट क्षेत्रों के बाहर औद्योगिक गतिविधियां को शुरू करने की अनुमति दी गई है।

अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि प्रदेशभर में आज 578 हॉटस्पॉट हैं, जिनमें 7 लाख 28 हज़ार मकान हैं और लगभग 42 लाख लोग इन हॉटस्पॉट क्षेत्रों में रहते हैं। हॉटस्पॉट के लिए जो नई गाइडलाइंस जारी हुई है उनमें पुनः इस बात पर बल दिया गया है कि प्रत्येक हॉटस्पॉट पर केवल स्वास्थ्य विभाग का कार्य, डोर स्टेप डिलीवरी का कार्य, सुरक्षा और स्वच्छता का कार्य ही होगा इसके अलावा किसी और तरह की गतिविधियों पर रोक रहेगी। प्रिंटिंग प्रेस, ड्राइक्लीनर को खोलने की अनुमति दी गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां कंटेंनमेंट ज़ोन नहीं है, वहां दुकानें खुलेंगी, छोटे कस्बों में दुकानें खुलेंगी। शहरी क्षेत्रों में व्यापार मंडल के साथ जिलाधिकारी और जिला प्रशासन संवाद बनाकर कहां कहां दुकानें, कब कब खुलेंगी, तय करेंगे, ये निर्देश कल दिए गए हैं।

*कल कुल 6870 नमूनों की जांच की गई और 693 पूल टेस्ट किए गए, जिसमें 48 पूल पॉजिटिव पाए गए : अमित मोहन प्रसाद*

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि विगत 24 घंटे में 237 केस सामने आए हैं। आइसोलेशन वार्ड में इस समय 1964 लोग हैं, जो विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे हैं। कल कुल 6870 नमूनों की जांच की गई और 693 पूल टेस्ट किए गए, जिसमें 48 पूल पॉजिटिव पाए गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लॉजिस्टिक की स्थिति सही है। प्रदेश में पीपीई किट, सनेटाइजर, मास्क, इंफ्रारेड थर्मोमीटर आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि अबतक आशा वर्कर्स के द्वारा 4 लाख 75 हज़ार 812 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है, जिसमें से 565 लोगों में लक्षण पाए गए हैं। इन 565 में से 117 लोगों की रिपोर्ट हमारे पास आई है। इन 117 लोगों में से 26 पॉजिटिव और 91 नेगेटिव पाए गए है।

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि आरोग्य सेतु एप का हम लगातार उपयोग कर रहे हैं और अबतक प्रदेश स्तर से 20 हज़ार 768 कॉल्स की जा चुकी हैं। प्रवासी कामगार और श्रमिकों में संक्रमण देखने को मिल रहा है। ग्राम निगरानी समिति और मोहोल्ला निगरानी समिति के ऊपर संक्रमण को नियंत्रण करने का बहुत बड़ा दारोमदार है। साथ ही इन समितियों को बाहर से आने वाले श्रमिक या कामगारों के होम क्वॉरेंटाइन को सुनिश्चित करवाना चाहिए। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि सर्वेलेंस का काम लगातार चल रहा है और अब तक 81 हज़ार 691 में से 66 लाख 25 हज़ार 577 घरों का सर्वेक्षण करवा लिया है, जिसमें कुल मिलाकर 3 करोड़ 30 लाख 97 हज़ार 485 लोगों का सर्वेक्षण हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोना के लिए अब तक कोई वैक्सीन नहीं है ना ही इसके लिए अभी तक कोई दवा आ सकी है, इसलिए सतर्क रहकर ही हम इस बीमारी से लड़ सकते हैं और इसे हरा सकते हैं।

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