उत्तर प्रदेश में कोरोना मरीजों की रिकवरी दर 40.09 प्रतिशत- अमित मोहन प्रसाद
संजय द्विवेदी
लखनऊ।उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन स्थित मीडिया सेल में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश में सभी प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए। प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों की प्रदेश में सकुशल वापसी तथा प्रदेश में निवासित दूसरे राज्यों के कामगारों एवं श्रमिकों की सम्बन्धित राज्य में सकुशल वापसी के लिए बेहतर संवाद को आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि लाॅकडाउन को पूरी सख्ती के साथ लागू किया जाए। सोशल डिस्टेंसिंग का प्रत्येक दशा में पालन सुनिश्चित कराया जाए। हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में स्वास्थ्य, सेनिटाइजेशन तथा डोर स्टेप डिलीवरी टीमों के अतिरिक्त कोई अन्य न जाने पाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि राज्य सरकार सभी प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों की प्रदेश में सुरक्षित वापसी के लिए कार्य कर रही है। इसके लिए सम्बन्धित राज्य सरकारों से ऐसे प्रवासियों की सूची प्राप्त की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी प्रवासी श्रमिक पैदल यात्रा न करे।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि विभिन्न राज्यों से वापस आ रहे प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों की जनपदवार सूची सम्बन्धित जिलाधिकारी को उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में विभिन्न राज्यों से प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों को लेकर सर्वाधिक ट्रेनें पहुंची हैं। रेल यात्रा के पश्चात प्रवासियों कोे उनके गृह जनपद पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की बस का प्रयोग किया जाए। श्री अवस्थी ने बताया कि उ0प्र0 परिवहन विभाग द्वारा इस कार्य के लिए 10 हजार बसों की व्यवस्था की है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये हैं कि बाहर से आने वालों के लिए संचालित क्वारंटीन सेन्टर एवं आश्रय स्थल पर स्वच्छता व सुरक्षा के पर्याप्त प्रबन्ध किए जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी दशा में अव्यवस्था न उत्पन्न हो। कम्युनिटी किचन के माध्यम से गुणवत्तायुक्त एवं भरपेट भोजन की प्रभावी व्यवस्था की जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि सभी 75 जनपदों में जिलाधिकारियों को सहयोग प्रदान करने के लिए आई0ए0एस0 तथा वरिष्ठ पी0सी0एस0 अधिकारी नामित किए गए हैं। इन अधिकारियों से नियमित संवाद रखा जाए। उन्होंने विदेश से आ रहे लोगों की स्क्रीनिंग कर क्वारंटीन सेन्टर में रखे जाने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि विभिन्न राज्यों के प्रदेश में निवासित प्रवासियों की सम्बन्धित राज्य में वापसी तथा अन्य राज्यों में फंसे प्रदेश के लोगों की वापसी के लिए भी राज्य सरकार कार्य कर रही हैं। अन्य राज्यों से प्रदेश वापस लौटने के इच्छुक लोगों तथा यहां से सम्बन्धित राज्य को प्रस्थान करने के इच्छुक लोगों के लिए जनसुनवाई पोर्टल पर उपलब्ध कराई गई पंजीयन व्यवस्था का अच्छा रिस्पाॅन्स प्राप्त हो रहा है। इस सम्बन्ध में प्रभावी अगे्रतर कार्यवाही किए जाने की आवश्यकता है।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा कोविड एवं नाॅन-कोविड अस्पतालों को अलग-अलग स्थापित किया गया। इसी का परिणाम है कि प्रदेश में कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण लगा है। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को कोरोना मरीजों का अध्ययन करते हुए रोगियों की केस हिस्ट्री तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि के लिए पूल टेस्टिंग प्रक्रिया को सतत जारी रखा जाए। संक्रमण से सुरक्षा के सभी उपाय अपनाते हुए अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं का संचालन किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि सभी जनपदों के चिकित्सालयों में आवश्यक मेडिकल संसाधनों की नियमित उपलब्धता बनी रहे। उन्होंने प्रत्येक जनपद में क्षेत्र चयनित करते हुए सभी उपलब्ध फायर वाहनों से सेनिटाइज़ेशन कराने के निर्देश दिये हैं।श्री अवस्थी ने बताया कि डी0जी0 फायर को फायर ब्रिगेड की गाड़ी लगाकर सेनिटाइजेशन का कार्य करने के निर्देश दे दिये गये हैं। मुख्यमंत्री जी के एल-1, एल-2 तथा एल-3 डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों की क्षमता विस्तार करके 52 हजार बेड की व्यवस्था किये जाने के निर्देशों के क्रम में आज तक 48 हजार बेड की व्यवस्था की जा चुकी है। कल तक 52 हजार बेड की व्यवस्था कर ली जाएगी। इसके अलावा, प्रत्येक जनपद में वेंटिलेटर युक्त बेड की व्यवस्था भी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि पूर्व में प्रदेश के जिन 20 जनपदों में वेंटीलेटर की व्यवस्था नहीं थी, उनमें 02-02 वेंटीलेटर युक्त बेड की व्यवस्था की गयी है, जिसे बढ़ाकर 05 बेड करने के मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि निराश्रित गौवंश के संरक्षण के लिए स्थापित गौ आश्रय स्थलों में चारे की व्यवस्था के लिए भूसा बैंक के स्थापना कार्य को गति दी जाए। गौ आश्रय स्थलों में रोजगार की सम्भावनाएं हैं। इसलिए प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को रोजगार सुलभ कराने के लिए इन्हें गौ आश्रय स्थलों से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि उद्योग धन्धों के सुगम संचालन के उद्देश्य से आवश्यकतानुसार सेक्टोरल नीतियों का सरलीकरण पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने आज राजस्व विभाग के राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा तैयार किए गये ‘प्रवासी राहत मित्र एप’ का लोकार्पण किया। यह एप यू0एन0डी0पी0 (यूनाइटेड नेशन्स डेवलपमेंट प्रोग्राम) के सहयोग से विकसित किया गया है। इस एप का उद्देश्य अन्य प्रदेशों से उत्तर प्रदेश में आने वाले प्रवासी नागरिकों को सरकारी योजना का लाभ, उनके स्वास्थ्य की निगरानी एवं विशेष कर उनके कौशल के लायक भविष्य में नौकरी एवं आजीविका प्रदान करने में सहयोग करने हेतु इन प्रवासी नागरिकों का डेटा कलेक्शन करना है। सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा आपस मंे सूचना का आदान-प्रदान कर इन प्रवासी नागरिकों के रोजगार एवं आजीविका हेतु नियोजन एवं कार्यक्रम बनाने में मदद मिलेगी। एप के माध्यम से संग्रहित डेटा को राज्य स्तर पर स्थापित इंटीग्रेटेड इन्फाॅर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम ;ूूूण्तंींजनचण्पदद्ध पर स्टोर किया जायेगा तथा इसका विश्लेषण कर प्रवासी नागरिकों को सरकारी योजना का लाभ, उनके स्वास्थ्य की निगरानी एवं विशेष कर उनके कौशल के लायक भविष्य में नौकरी एवं आजीविका प्रदान करने में सहयोग किया जायेगा।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में विभिन्न राज्यों से 69 टेªन प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों को लेकर आ चुकी हैं। लखनऊ, गोरखपुर में 11-11 ट्रेन, प्रयागराज में 07 एवं बाराबंकी तथा आजमगढ़ में 03-03 ट्रेन आ चुकी है। इसी प्रकार आगरा, कानपुर, जौनपुर, बरेली, बलिया, वाराणसी, गाजीपुर में 02-02 टेªन प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों को विभिन्न राज्यों से लेकर आ चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रतापगढ़, रायबरेली, अमेठी, मऊ, कन्नौज, बांदा, हरदोई, अयोध्या, सोनभद्र, गोण्डा, सीतापुर, उन्नाव, बस्ती, कासगंज, मानिकपुर (चित्रकूट), सुल्तानपुर, लखीमपुर खीरी, बहराइच, अम्बेडकरनगर, फतेहपुर, फर्रूखाबाद, चन्दौली, हमीरपुर, कुशीनगर आदि जनपदों में भी प्रवासी कामगारों को लेकर ट्रेन पहुंच चुकी है या पहुंच रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के लगभग 40 जनपदों में ट्रेन लाये जाने की व्यवस्था कर ली गयी है।
श्री अवस्थी ने बताया कि कोरोना वायरस के दृष्टिगत प्रदेश में लाॅक डाउन अवधि में पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में अब तक धारा 188 के तहत 39,439 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई। प्रदेश में अब तक 33,52,939 वाहनांे की सघन चेकिंग में 37,022 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 16,15,92,202 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 2,14,621 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 759 लोगों के खिलाफ 597 एफआईआर दर्ज करते हुए 278 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 452 हाॅटस्पाॅट क्षेत्र के 290 थानान्तर्गत 8,42,900 मकान चिन्हित किये गये। इनमें 47,64,740 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में कोरोना पाॅजिटिव पाये गये लोगों की संख्या 2003 है। हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में 23,381 वाहनों का चालान करते हुए 1528 वाहन जब्त किये गये। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार फेक न्यूज पर कड़ाई से नजर रख रही है। फेक न्यूज के तहत अब तक 801 मामलों का संज्ञान में लेते हुए साइबर सेल को सूचित किया गया है। अब तक ट्वीटर के 38, फेसबुक के 37, टिकटाॅक के 47 तथा व्हाटसऐप के 01 एकाउण्ट कुल 123 एकाउण्ट्स को ब्लाॅक किया जा चुका है। अभी तक कुल 31 एफआईआर पंजीकृत करायी गयी हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में स्थापित 5765 क्रय केन्द्र के माध्यम से लगभग 144.56 लाख कुन्तल गेहूँ की खरीद की जा चुकी है। प्रदेश में निःशुल्क खाद्यान्न वितरण के द्वितीय चरण में प्रचलित कुल 3,52,22,073 राशन कार्डो के सापेक्ष मई माह में लगभग 3,04,69,664 कार्डो पर 7,05,669.73 मी0टन खाद्यान्न का निःशुल्क वितरण किया गया है। प्रदेश में 777 सरकारी तथा 918 स्वैच्छिक कम्यूनिटी किचन के माध्यम से 10,24,332 लोगों को फूड पैकेट्स वितरित किये गये हैं। डोर-स्टेप-डिलीवरी व्यवस्था के अन्तर्गत 23,694 किराना स्टोर क्रियाशील हैं, जिनके माध्यम से 51,549 डिलीवरी मैन आवश्यक सामग्री निरंतर पहुंचा रहे हैं। फल एवं सब्जी वितरण व्यवस्था के अन्तर्गत कुल 43,786 वाहनों की व्यवस्था की गयी है। इसी क्रम में कुल 54.55 लाख लीटर दूध उपार्जन के सापेक्ष 34.57 लाख लीटर दूध का वितरण 21,455 डिलीवरी वैन के माध्यम से किया गया है।
श्री अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की श्रमिक भरण-पोषण योजना के तहत निर्माण कार्यों से जुड़े, नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र के लगभग
30.94 लाख श्रमिकों एवं निराश्रित व्यक्तियों को भी एक-एक हजार रूपए की धनराशि का भुगतान किया जा चुका है।
श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के 59 जनपदों में 1821 मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 1261 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। अब तक प्रदेश के 68 जिलों से 3,145 कोरोना पाॅजिटिव के मामले सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना एक्टिव केस की संख्या में निरन्तर गिरावट आ रही है। राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना मरीजों की रिकवरी दर 29.35 प्रतिशत है, जबकि उत्तर प्रदेश में यह दर 40.09 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि कल 373 पूल टेस्ट के माध्यम से 1779 सैम्पल टेस्ट किये गये, जिनमें 18 पूल पाॅजिटिव पाये गये। 1929 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है तथा 9,575 लोगों को फैसिलिटी क्वारेंटाइन में रखा गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग लैब की संख्या बढ़कर 25 हो गयी है। उन्होंने बताया कि निजी एवं सरकारी लैब में की गई जांचों को मिलाकर प्रदेश में अब तक 1,16,030 कोरोना के टेस्ट किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की 60,147 सर्विलांस टीम द्वारा प्रदेश के 50,43,903 घरों के 2,52,15,344 लोगों की स्क्रीनिंग की गयी।