(रामजियावन गुप्ता)—- 168 आइसोलेशन बेड बनाये गए 122 से अधिक उपलब्ध कराने की तैयारीबीजपुर(सोनभद्र) केंद्रीय ऊर्जा व नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर के सिंह के आह्वान को स्वीकार करते हुए, विद्युत मंत्रालय के तहत एक केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम, एनटीपीसी लिमिटेड, बिजली आपूर्ति और मानवीय राहत उपायों के लिए अपने अस्पतालों / इकाईयों व सीएसआर फंड दोनों का उपयोग सुनिश्चित करके कोरोनोवायरस (COVID-19) के प्रभाव को कम करने के लिए लगातार काम कर रहा है ।
वैश्विक महामारी COVID-19 के खिलाफ अपनी सतर्कता को बढ़ाते हुए, NTPC ने पहले से ही अपने 45 अस्पतालों / स्वास्थ्य इकाईयों का उपयोग करके आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध करवाई है और ऐसे मामलों को प्रभावी ढंग से संभालने के लिए चिकित्सा कर्मचारियों के लिए अपेक्षित उपकरणों की खरीद की है। सभी अस्पतालों / स्वास्थ्य इकाईयों में ऑक्सीजन आपूर्ति के साथ लगभग 168 आइसोलेशन बेड बनाए गए हैं और अतिरिक्त 122 बेड जरूरत के आधार पर उपलब्ध कराए जायेगे ।
पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट और हैंड सैनिटाइजेशन, कोरोनावायरस के खिलाफ सबसे बड़ी रोकथाम तंत्र के रूप में उभरा है, इसलिए NTPC ने सभी CMO के साथ MOHFW द्वारा जारी किए गए परीक्षण, उपचार और परिवहन दिशानिर्देश साझा किए हैं। मेडिकल स्टाफ को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) के उपयोग के बारे में वीडियो कॉल पर भी प्रशिक्षित किया गया है। इसके अलावा 1200 पीपीई किट, 1,20,000 सर्जिकल मास्क और 33,000 से अधिक दस्ताने, 5000 एप्रन, 8000 जूता कवर और 535 लीटर सैनिटाइजर सभी परियोजना और स्टेशनों को भेजे गए हैं।
एनटीपीसी के कई स्टेशनों ने इस महामारी से बचाव के किये तरह तरह के प्रयास किए हैं और अब तक 3.50 करोड़ रुपये की राशि इस उद्देश्य के लिए दी गयी है।
इसके अलावा, एनटीपीसी इस महामारी से निपटने के लिए जिला प्रशासन / स्थानीय अधिकारियों को 6.36 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है, ताकि चिकित्सा सहायता, और पीपीई, खाद्य पैकेटों के वितरण की व्यवस्था की जा सके। इसके अलावा, अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के तहत, एनटीपीसी रिहंद ने रु 17 लाख के 2,800 बोरी खाद्यान्न और खाद्य पदार्थों के पैकेट को वंचित परिवारों के बीच वितरण के लिए जिला प्रशासन को सौंपा ।
भारत सरकार द्वारा COVID-19 का मुकाबला करने के लिए CSR फंड का उपयोग करने के लिए दिए गए अवसर का प्रयोग करके, NTPC ने पीएम केयर फंड को 250 करोड़ रुपए का योगदान दिया है। इसके अतिरिक्त, कंपनी कर्मचारियों के वेतन का 7.50 करोड़ रुपये का योगदान भी पीएम केयर फंड में जमा किया गया है।