पीड़िता ने लगाया पुलिस पर चोरी समेत बेटों को गलत धारा लगाकर जेल भेजने का आरोप
साप को रस्सी व रस्सी को साँप बनाने में माहिर उतरांव पुलिस
गिरफ्तारी गुरुवार को दिखाया जा रहा है शुक्रवार
पीड़िता ने उच्च अधिकारियों व मुख्यमंत्री से लगाई न्याय की गुहार।
उतरांव (प्रयागराज)उतरांव थाना क्षेत्र के दमगडा गाँव में पुलिस ने छापा मारकर तमंचा व एक नाबालिक बच्चे को गिरफ्तार कर अभियोग पंजीकृत कर जेल भेज दिया था। वही पीड़िता शाहजहां बेगम पत्नी नसीम अहमद ने पुलिस पर बेटे को फर्जी तरीके से जेल भेजने, पुलिस द्वारा महिलाओं को मारने व आभूषण चोरी का आरोप लगाते हुए एसएसपी,डीआईजी,मुख्यमंत्री डीएम को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।बताया जाता है कि पुलिस ने दमगड़ा गांव में छापा मारकर घर से एक तमंचा व नाबालिग को गिरफ्तार कर अभियोग पंजीकृत कर चलान कर दिया। वही पीड़िता शाहजहां बेगम ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए बताया की मेरे घर में छापा मारा गया जिसमे न ही पुलिस के पास कोई वारंट था नहीं कोर्ट का आदेश पीड़िता ने आरोप लगाया कि भारी मात्रा में थाना अध्यक्ष फोर्स लेकर पहुंचकर घर में उपस्थित महिलाओं को अबशब्द कहते हुए उनसे मारा पीटा व आरोप है कि अलमारी के ताले तोड़कर पेटी मे रखे के सारे सामान को छतिग्रस्त कर दिया गया। तथा लाइसेंसी दो नली बंदूक तथा कारतूस अपने साथ ले गए। आरोप है कि दूसरे कमरे रईस अहमद पुत्र नसीम के कमरे में रखी अलमारी का ताला तोड़कर उसमें रखे गहने व जेवर मंगलसूत्र अंगूठी चेन कान का झुमका लगभग 4 तोला से अधिक आभूषण उठा ले जाने का पीड़िता ने आरोप लगाया है। तथा आरोप है कि पुलिस द्वारा कमरे में तमंचा रख कर उसके बेटे सुफियान को गिरफ्तार कर गलत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर उसे जेल भेज दिया गया। वहीं पीड़िता ने बताया कि कई वर्षों से पड़ोस में रंजिश चल रही है उनके विरुद्ध कोर्ट में गवाही चल रही है जिसमें पीड़िता ने बताया कि विपक्षी के द्वारा कहा गया था कि की गवाही देने मत आना वरना तुम्हारे घर वालों को फर्जी मुकदमे में फंसा देने की धमकी दी गई थी। आरोप है कि यह षड्यंत्र विपक्षियों द्वारा किया गया है। वहीं पीड़िता ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और मुख्यमंत्री आईजी डिस्टिक मजिस्ट्रेट आदि उच्च प्रशासनिक अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया कि मेरे बेटे सुफियान की गिरफ्तारी 19 मार्च दिन गुरुवार को पुलिस द्वारा छापा मारकर गिरफ्तार किया गया था। वहीं पुलिस द्वारा 20 मार्च को गिरफ्तार कर फर्जी अभियोग पंजीकृत कर जेल भेजा दिखाया गया है।वही पीड़िता ने 19 मार्च दिन गुरुवार को ही उतरांव पुलिस की करतूत को उच्च प्रशानिक अधिकारियों व मुख्यमंत्री को घटने की वीडियो सहित प्रार्थना पत्र देकर सूचना दिया गया था।