वाराणसी। गौरतलब है कि सितंबर 2018 में रियल एस्टेट से जुड़ी महिला कारोबारी नीतू त्रिपाठी पर जानलेवा हमला हुआ था। इस हमले में महिला व्यवसाई नीतू त्रिपाठी और उनका ड्राइवर गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया था बीएचयू अस्पताल में इलाज के बाद कई यूनिट ब्लड चढ़ने के बाद नीतू त्रिपाठी की जान बचाई थी और इस संबंध में थाना लंका में धारा 307/ 504 /506 /147 /148 आईपीसी के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत हुआ था। लेकिन स्पष्ट एफआईआर होने के बावजूद तमाम गवाही देने के बावजूद पुलिस ने इस मामले में नामजद अभियुक्तों का नाम निकल कर किसी अन्य को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया है। वहीं दूसरी तरफ महिला व्यवसाई नीतू त्रिपाठी ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहां है कि पुलिस अब उनके जानलेवा हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय हमारे व्यवसायिक सहयोगी एवं मुझ पर ही आरोपियों और उनके सहयोगी यों से मुकदमा करा प्रताड़ित कर रही है और जब हमें पुलिस प्रशासन से न्याय नहीं मिला तब हम न्याय पाने के लिए समाजसेवी राकेश न्याय के पास आए हैं और हमें पूरी आशा है कि पूर्वांचल के माफियाओं पर कानूनी कहर बरपा ने वाले राकेश न्यायिक एक भाई के रूप में मेरी पूरी मदद करेंगे।
वहीं दूसरी तरफ समाजसेवी राकेश न्यायिक ने भी कहा कि नीतू को हमने बहन माना है और कोई भी पुलिसकर्मी चाहकर भी नीतू के साथ अन्याय नहीं कर पाएगा जल्द ही हम नीतू को न्याय दिलाने के लिए हर संभव कानूनी लड़ाई लड़ेंगे आइए अब आपको सुनाते हैं समाजसेवी राकेश न्यायिक ने और नीतू त्रिपाठी ने इस पूरे मामले में क्या कहा पूरी बात जानने के लिए यहां क्लिक करें।